जोधपुर । पश्चिमी राजस्थान के पाली के सेंदड़ा में महिला की हत्या कर उसके मुंह को नोच कर खाने वाले युवक का जोधपुर के महात्मा गांधी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। यहां उसे अन्य मरीजों से आइसोलेट करके रखा गया है। फिलहाल युवक की हालत स्थिर है। हॉस्पिटल में न्यूरोलॉजी और मनोचिकित्सा डिपार्टमेंट के डॉक्टर ने भी उसकी जांच की । उसके आधार पर भी ट्रीटमेंट किया जा रहा है।
उसके ब्रेन में इन्फेक्शन होने की आशंका जताई जा रही है। इसके आधार पर सीटी स्कैन भी किया जाएगा। युवक को शनिवार शाम पाली के बांगड़ हॉस्पिटल से जोधपुर के मथुरादास माथुर हॉस्पिटल रैफर किया गया था। यहां से उसे एमजीएच रैफर किया गया।
बीमार को आइसोलेट किया
महात्मा गांधी हॉस्पिटल अधीक्षक डॉ राजश्री बेहरा ने बताया कि फिलहाल युवक सुरेंद्र को आइसोलेट करके रखा गया है। उसका इलाज चल रहा है। कई बार साइकेट्रिक कारणों से भी व्यवहार में बदलाव आ जाता है। इसलिए ये भी चैक किया जा रहा है की कहीं इस वजह से तो ऐसा नहीं हो रहा। युवक को हाइड्रोफोबिया जरूर है लेकिन कुत्ते के काटने की हिस्ट्री अभी नहीं मिली है।
बॉडी में 2 डाइग्नोसिस बन रहे
वहीं युवक का इलाज कर रहे यूनिट के सीनियर डॉक्टर प्रभात ने बताया प्रारंभिक तौर पर उसके युवक के बॉडी में 2 डाइग्नोसिस बन रहे। पहला इसमें पैरानॉइड पर्सनेल्टी डिसोर्डर सामने आ रहा है। इसमें सामने वाला क्या कर रहा है। उसको खुद भी नहीं पता रहता है। इसके अलावा उसके ब्रेन में कोई इन्फेक्शन भी हो सकता है। जिसकी वजह से ऐसा हो रहा हो । एक दो दिन में जांच रिपोर्ट में इसका पता चल सकेगा।
रेबीज को लेकर अभी कोई हिस्ट्री नहीं मिली है
वहीं मेंटल रोग विभाग के डॉक्टर को भी बुलाकर दिखाया गया है। यहां डॉक्टर ने कुछ मेडिसिन एडवाइस की है। उसका असर है। युवक में एग्रेसिवनेस तो नहीं है। रेबीज को लेकर अभी कोई हिस्ट्री नहीं मिली है।
गौरतलब है कि पैरानॉइड पर्सनैलिटी डिसऑर्डर के शिकार लोगों का स्वभाव शक्की होता है। उनमें हमेशा असुरक्षा की भावना रहती है। उन्हें लगता है कि कोई उन्हें मार सकता है।
सौजन्य – सिंडिकेट फीड
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