इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर से एक के बाद एक कानून की धज्जियां उड़ाने वाली खबरें आ रही हैं। इस्लामिक कट्टरपंथी इतने अधिक बेखौफ हैं कि वह जब चाहे जिसे चाहे अपने निशाने पर ले लेते हैं। बाद में कानून या तो अपने हाथ मलते रह जाता है या फिर आरोपितों को पकड़ने की जद्दोजहद करता नजर आता है।
इंदौर से पहले लव जिहाद के मामलों का सामने आना, फिर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आर.एस.एस.) और बजरंग दल को बदनाम करने की मंशा से मुस्लिम मोहल्ले और बस्तियों में विवादित भगवा लव ट्रैप के पर्चे बांटना और अब हिंदू होने की निशानदेही पर लोगों को घेरकर मारना, उन पर चाकुओं से हमला और डराने के मामले सामने आ रहे हैं।
कुछ दिन पहले की ही बात है जब बाइक सवार युवकों ने रास्ते में रोक कर एक वकील को उदयपुर के कन्हैया लाल की तरह ”सिर तन से जुदा” करने की धमकी दी थी और उसके बाद अब नए मामले में मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट को इसलिए पीटा गया क्योंकि वह मुस्लिम महिला सहयोगी के साथ खाना खाने एक होटल में गया था। वहां उसके हाथ में कलावा देखकर यह तय किया गया कि यह हिंदू है और होटल से बाहर निकलते ही उस पर चाकू से हमला कर दिया गया, जो बीच-बचाव करने आए उन्हें भी इन कट्टरपंथी गुंडों ने नहीं बख्शा, जिसके कारण अन्य लोगों पर भी चाकू से घाव लगे हैं। हालांकि इस मामले में भी एफआईआर हो गई। पुलिस ने आरोपितों की पहचान कर उन्हें नामजद भी कर लिया परंतु बड़ी बात यह है कि इन इस्लामिक चरमपंथियों में पुलिस का कोई खौफ नजर नहीं आ रहा है।
जो बचाने आए उन्हें भी चाकू मारकर घायल किया
इंदौर के तुकोगंज थाना क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज का छात्र भावेश सुनहरे अपने साथ पढ़ने वाली मुस्लिम महिला मित्र को लेकर बस स्टैंड के पास मदनी होटल में खाना खाने गया था। रेस्टोरेंट से खाना खाकर निकले मेडिकल कालेज के छात्र-छात्रा को मुस्लिम युवकों ने घेरकर मारपीट की। युवक-युवती को पिटता देख उन्हें बचाने हिमांशु पटेल, रोहित बड़के, चिराग जैन और यश जोशी रुके और उन्होंने इन 40-50 की गैंग में आए मुस्लिम युवकों को समझाया और दोनों को छुड़वा कर रिक्शा में बैठाया ही था कि आरोपितों ने यश और हिमांशु को चाकू मारना शुरू कर दिया। इन दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, भावेश को भी चोट लगी है, उसे भी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
भावेश की पहचान कलावा देख कर की गई
भावेश का कहना है कि वह मुस्लिम महिला मित्र एवं एक अन्य दोस्त अक्सर साथ खाना खाने जाते रहते हैं। संयोग से वारदात वाले दिन तीसरा दोस्त नहीं आ पाया था। ये दोनों जब खाना खाकर लौट रहे थे तो ग्वालटोली इलाके में उन्हें कुछ युवकों ने घेर लिया। उसका आधार कार्ड मांगा और मारपीट करने लगे। इस दौरान महिला मित्र ने उसे बचाने की कोशिश की। उसने कहा कि जो भी बात करनी हो मुझसे करो। यहां इस बात पर भी जोर दिया जा रहा है कि होटल में मुस्लिम युवती का हिजाब और भावेश के हाथ में रक्षासूत्र देख लिया गया था। होटल से ही मुस्लिम युवती और हिंदू युवक के आने की खबर शायल लीक कर दी गई थी। अन्यथा अचानक से इतनी बड़ी संख्या में मुस्लिम चरमपंथियों का इकट्ठा होना संभव नहीं था।
भीड़ में आए इन युवकों ने पुलिस कंट्रोल रूम के सामने इन्हें रोका था। ग्वालटोली में 40 से 50 की संख्या में मुस्लिम युवकों ने भावेश को गालियां दीं और उसे मारना शुरू कर दिया। किसी तरह अपनी जान बचाकर इन दोनों ने वहां से भागने की कोशिश की। दोनों धेनु मार्केट आए और वहां से बाल विनय मंदिर स्कूल की ओर भागे। यहां से बदमाश उनको पीटते हुए राजकुमार ब्रिज की ओर ले गए। जहां राह से गुजरने वाले लोगों ने बीच-बचाव करने की कोशिश की। इस इस्लामिक चरमपंथियों की भीड़ ने उन पर भी चाकुओं से वार कर दिया और हिमांशु पटेल और यश जोशी यहीं घायल हो गए। वहीं, भावेश को भी गंभीर चोट आईं।
कट्टरपंथियों ने की छात्रा का हिजाब खींचने की कोशिश
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान मारपीट करने वाली भीड़ ने मुस्लिम युवती का हिजाब खींचने की कोशिश भी की। कहा- हिंदू युवक के साथ बाजार में समाज की नाक कटवा रही हो। मुस्लिम लड़की होकर हिन्दू काफिर के साथ खाना खाने आई है। तुम इस्लाम के विरुद्ध कार्य कर रही हो। तुम्हें इज्जत का कोई ख्याल नहीं। तुम इतनी रात इस हिन्दू लड़के के साथ कैसे घूम सकती हो? हिजाब पहना है, लेकिन कानून नहीं मान रही। इस्लाम और शरिया कानून का तो ध्यान रखो। तुम बुर्का पहनकर घर पर रहो और बुर्का पहनकर ही घर के बाहर निकलो।
मां से बात कराने के बाद भी नहीं मानी मुस्लिम भीड़
चरमपंथियों ने मुस्लिम युवती से उसके रहने के स्थान के बारे में पूछा, तो उसने बताया कि वह भोपाल से है। उन्होंने उसकी मां से बात कराने को कहा, छात्रा ने अपनी मां से भी इन गुंडों की बात करवा दी, मां ने बता भी दिया कि बेटी को खाना खाने की इजाजत उनके द्वारा दी गई और पता है कि वह भावेश के साथ है, इतना जानने और सुनने के बाद भी ये गुंडे नहीं रुके और भावेश को मारने में लग गए।
चाकू से घायल हुए यश जोशी ने बताई आप बीती
इस्लामिक कट्टरपंथियों की भीड़ से भावेश और मुस्लिम युवती को बचाने में चाकुओं से घायल हुए यश जोशी ने अपनी आप बीती सुनाई। उन्होंने कहा कि वह स्थानीय धेनु मार्केट में अग्रवाल स्वीट के पास खड़े थे। वहां देखा कि 40 से 50 युवक इकट्ठे हैं और भगवा जिहाद की बात करते हुए लड़के-लड़की को मार रहे हैं । हम लोगों से रहा नहीं गया और मैं अपने साथियों के साथ वहां पहुंचा। यहां ये मामला चल रहा था, ये लड़के को मारते हुए राजकुमार ब्रिज तक ले गए। जब हम लोगों ने बीच बचाव कर मामले को शांत करवाने की कोशिश की तो इस भीड़ में जो लोग धारदार हथियार लिए हुए थे उन्होंने हमारे ऊपर हमला कर दिया।
मुख्यमंत्री ने संज्ञान में लिया प्रकरण
घटना की सूचना मिलने पर तुकोगंज पुलिस मौके पर पहुंची। पहले इस पूरे मामले में सिर्फ दो युवकों को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन मामला बड़ा था, मुस्लिम गुंडों की संख्या भी बहुत अधिक थी, ऐसे में फिर जब विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल, हिन्दू जागरण मंच और हिंद रक्षक संगठन सक्रिय हुए तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वयं इस प्रकरण को संज्ञान में लिया। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए ।
सीएम शिवराज ने कड़े शब्दों में कहा कि कानून को अपने हाथ में लेने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए। मध्य प्रदेश शांति का टापू है, यहां अराजकता और गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं होगी। जिसके बाद गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा का भी बयान सामने आया, फिर पुलिस ने उक्त मामले में सात युवकों को नामजद आरोपित बनाकर छह को गिरफ्तार किया । इनमें एक आरोपित मुजम्मिल ड्रग सप्लायर भी पाया गया है।
एडिशनल डीसीपी राजेश रघुवंशी ने बताया कि इस मामले में सात आरोपी नामजद कर लिए गए हैं। पुलिस वीडियो देखकर अन्य आरोपियों को भी नामजद किया जा रहा है। वहीं, पुलिस आयुक्त इंदौर मकरंद देऊस्कर का कहना है कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने अपनी सक्रियता दिखाई । शाम तक छह आरोपित गिरफ्तार कर लिए गए थे । आरोपितों पर दो केस दर्ज हो चुके हैं। अवैध संपत्ति की जानकारी के लिए नगर निगम को पत्र लिख दिया गया है।
इनके खिलाफ केस दर्ज
छोटी ग्वालटोली थाने में धारा 323, 294, 506, 341, 34 के तहत 50 युवकों पर केस दर्ज किया गया है। जबकि तुकोगंज पुलिस ने प्राणघातक हमले का केस दर्ज किया है। तुकोगंज थाना पुलिस ने शोएब पुत्र मोहम्मद लतीफ निवासी उषागंज छावनी, शावेज उर्फ लाला पुत्र जाहिद शेख (तीनों आजाद नगर), आमिल पुत्र यूनुस हुसैन,खजराना, आमिल लाला, मुजम्मिल पुत्र मजहर खान, सैफ उर्फ दानिश पुत्र मो. सईद शेख, छोटू उर्फ अरबाज पुत्र मो. रईस शेख और आवेज के खिलाफ केस दर्ज किया है ।
मकसद राष्ट्रीय विचार से पोषित लोगों के मन में डर बैठाना
विश्व हिंदू परिषद के इंदौर विभाग प्रमुख राजेश बिंजवे का कहना है कि पूरी घटना को आप गौर से देखेंगे तो समझ आ जाएगा कि आरोपितों का मूल मकसद राष्ट्रीय विचार से पोषित लोगों के मन में डर बैठाना है, इसलिए उन्होंने इस प्रकार के कार्य को अंजाम दिया। इसका हम विरोध करते हैं और पुलिस से मांग करते हैं कि इन सभी पकड़े गए और जिन्हें अभी पकड़ा जाना है पर कठोरतम कार्रवाई करे।
बजरंग दल की मांग : लगे रासुका और घरों पर चले बुलडोजर
बजरंग दल इंदौर विभाग संयोजक तन्नू शर्मा का इस पूरे प्रकरण को लेकर कहना है कि हमारा संगठन राज्य की मध्य प्रदेश सरकार से मांग करता है कि ऐसे जिहादी मानसिकता के लोगों के घरों पर सरकार अपना बुलडोजर चलाए और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कठोर कार्रवाई करे। वहीं, बहुसंख्यक समाज के युवक के साथ मारपीट और आपत्तिजनक पत्र बांटने की घटनाओं को लेकर हिंद रक्षक संगठन ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। संयोजक एकलव्य सिंह गौड़ ने मांग की है कि आरोपितों के दुकान और मकान तोड़े जाएं। इसके साथ ही हिंदू जागरण मंच की ओर से जिला संयोजक कन्नू मिश्रा ने मांग की है कि इंदौर में हिंदू युवक के खिलाफ सामूहिक हिंसा की घटना सामने आई है। ऐसे में हिंदू जागरण मंच चुप नहीं बैठेगा। प्रशासन आरोपितों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई करे ताकि फिर से इनकी हिम्मत इस प्रकार के कृत्य को करने की कभी न हो सके।
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