कूनो राष्ट्रीय उद्यान में मादा चीता 'ज्वाला' के दो और शावकों की मौत
July 11, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

कूनो राष्ट्रीय उद्यान में मादा चीता ‘ज्वाला’ के दो और शावकों की मौत

- दो माह में छह चीतों की हो चुकी है मौत

by WEB DESK
May 25, 2023, 07:46 pm IST
in भारत, मध्य प्रदेश
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में नामीबिया से लाई गई मादा चीता ज्वाला के दो और शावकों की गुरुवार को मौत हो गई। प्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) जेएस चौहान ने इसकी पुष्टि की है। मादा चीता ज्वाला ने दो माह पहले 27 मार्च को ही कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चार शावकों को जन्म दिया था। इनमें से एक शाव की मौत बीते मंगलवार को हो गई थी, जबकि एक शेष बचे शावक की हालत भी गंभीर बताई जा रही है। कूनो में दो माह में तीन शावकों समेत छह चीतों की मौत हो चुकी है।

प्रधान मुख्य वन संरक्षक जेएस चौहान ने बताया कि कूनो राष्ट्रीय उद्यान में गत मंगलवार, 23 मई को मादा चीता ज्वाला के एक शावक की मौत होने के बाद वन्यप्राणी चिकित्सकों की टीम ज्वाला और उसके तीन शावकों की मॉनिटरिंग कर रही थी। उस दिन इन तीनों शावकों की हालात भी सामान्य नहीं लगी। उस दिन तापमान 46 डिग्री के आसपास था। दिनभर गर्म हवाएं और लू चलती रही। जिसके बाद तीनों शावकों को रेस्क्यू कर जरूरी इलाज करने का निर्णय लिया गया। शावकों के उपचार के लिए नामीबिया एवं साउथ अफ्रीका के सहयोगी चीता विशेषज्ञों एवं चिकित्सकों से लगातार सलाह ली जा रही थी, लेकिन गुरुवार को इनमें से दो शावकों की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि एक शावक की हालत गंभीर बनी हुई है। उसे पालपुर स्थित चिकित्सालय में रखा गया है। उसके उपचार के लिए नामीबिया एवं साउथ अफ्रीका के सहयोगी चीता विशेषज्ञों एवं चिकित्सकों से लगातार सलाह ली जा रही है। उक्त शावक वर्तमान में गहन उपचार में हैं एवं उसके स्वास्थ्य की स्थिति स्थिर है। मादा चीता ज्वाला वर्तमान में स्वस्थ है, जिसकी सतत निगरानी की जा रही है।

कुनो प्रबंधन के अनुसार, इससे पहले सभी चीता शावक कमजोर, सामान्य से कम वजन एवं अत्यधिक डिहाइड्रेटेड पाए गए। मादा चीता ज्वाला हैंड रियर्ड चीता है, जो पहली बार मां बनी थी। चीता शावकों की उम्र लगभग आठ हफ्ते है। इस अवस्था में चीता शावक सामान्यतः जिज्ञासु होते हैं एवं मां के साथ लगातार चलते हैं। चीता शावकों ने अभी लगभग 8-10 दिन पूर्व ही अपनी मां ज्वाला के साथ घूमना शुरू किया था। चीता विशेषज्ञों के अनुसार सामान्यतः अफ्रीका में चीता शावकों का जीवित रहने का प्रतिशत बहुत कम होता है। स्टैंडर्ड पोटोकाल अनुसार पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जा रही है।

इस मौत के बाद कूनो राष्ट्रीय में कुल छह चीते दम तोड़ चुके हैं। इनमें सबसे पहले 26 मार्च को नामीबिया से लाई गई मादा चीता साशा की मौत हुई थी। इसके बाद 23 अप्रैल को साउथ अफ्रीका से लाए गए चीता उदय ने दम तोड़ दिया था। फिर 9 मई को दक्षिण अफ्रीका से लाई गई मादा चीता दक्षा की मौत हो गई थी। अब एक सप्ताह के भीतर मादा चीता ज्वाला के तीन शावकों ने भी दम तोड़ दिया। एक शाव की मौत 23 मई को हुई थी, जबकि 25 मई को दो और शावकों की मौत हो गई।

उल्लेखनीय है कि दक्षिण अफ्रीकी देश नामीबिया से पहली खेप में कूनो राष्ट्रीय उद्यान में आठ चीतों को लाया गया था। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका से दूसरी खेप में 12 चीते यहां लाए गए। यहां मादा चीता ज्वाला ने चार शावकों को जन्म दिया था। छह चीतों की मौत के बाद अब कूनो में 18 चीते बचे हैं, जिनमें एक शावक की हालत गंभीर है।

Topics: मध्य प्रदेश समाचारकूनो राष्ट्रीय उद्यानKuno National Parkकूनो राष्ट्रीय उद्यान में शावकों की मौतमादा चीता ज्वालाdeath of cubs in Kuno National Parkfemale cheetah JwalaNational Newsराष्ट्रीय समाचारMadhya Pradesh News
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

“एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” के संकल्प के साथ सशस्त्र बलों ने मनाया 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

प्रतीकात्मक चित्र

“सावधानी में सुरक्षा है”, ‘लव जिहाद’ प्रकरणों काे लेकर मध्य प्रदेश की साइबर पुलिस ने जारी की एडवाइजरी

कान्हा टाइगर रिजर्व की ऊंची उड़ान, बाघों का सर्वश्रेष्ठ आवास क्षेत्र बना

ईद पर गौहत्या के लिए उकसा रहा मौलाना तुरब अली, कहा- ‘गाय की कुर्बानी से सवाब मिलता है’

मोहसिन खान हिंदू लड़कियों को कुरान पढ़ने, बीफ खाने के लिए मजबूर करता, जयश्री राम बोलने पर डांटता था आरोपी

उज्जैन : लव जिहाद से बिछड़ोद में तनाव, गुस्साए ग्रामीणाें ने किया नेशनल हाईवे पर चक्काजाम

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

रील बनाने पर नेशनल टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या कर दी गई

गुरुग्राम : रील बनाने से नाराज पिता ने टेनिस खिलाड़ी की हत्या की, नेशनल लेवल की खिलाड़ी थीं राधिका यादव

Uttarakhand Kanwar Yatra-2025

Kanwar Yatra-2025: उत्तराखंड पुलिस की व्यापक तैयारियां, हरिद्वार में 7,000 जवान तैनात

Marathi Language Dispute

Marathi Language Dispute: ‘मराठी मानुष’ के हित में नहीं है हिंदी विरोध की निकृष्ट राजनीति

‘पाञ्चजन्य’ ने 2022 में ही कर दिया था मौलाना छांगुर के मंसूबों का खुलासा

Europe Migrant crisis:

Europe Migrant crisis: ब्रिटेन-फ्रांस के बीच ‘वन इन, वन आउट’ डील, जानिए क्या होगा असर?

अर्थ जगत: कर्ज न बने मर्ज, लोन के दलदल में न फंस जाये आप; पढ़िये ये जरूरी लेख

जर्मनी में स्विमिंग पूल्स में महिलाओं और बच्चियों के साथ आप्रवासियों का दुर्व्यवहार : अब बाहरी लोगों पर लगी रोक

सेना में जासूसी और साइबर खतरे : कितना सुरक्षित है भारत..?

उत्तराखंड में ऑपरेशन कालनेमि शुरू : सीएम धामी ने कहा- ‘फर्जी छद्मी साधु भेष धारियों को करें बेनकाब’

जगदीप धनखड़, उपराष्ट्रपति

इस्लामिक आक्रमण और ब्रिटिश उपनिवेशवाद ने भारतीय शिक्षा व्यवस्था को नुकसान पहुंचाया : उपराष्ट्रपति धनखड़

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies