उत्तर प्रदेश अपने अब तक के सबसे बड़े खेल आयोजन की मेजबानी करने को तैयार है। गुरुवार को लखनऊ की बीबीडी यूनिवर्सिटी में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2022 (केआईयूजी) का विधिवत शुभारंभ होगा। पीएम मोदी वर्चुअल उद्घाटन करेंगे, जबकि लखनऊ में सीएम योगी इस ऐतिहासिक अवसर पर खिलाड़ियों से मुलाकात करेंगे। 10 दिन तक चलने वाले इस आयोजन में 4000 से अधिक एथलीट 21 खेलों में 200 से अधिक यूनिवर्सिटीज को रिप्रजेंट करेंगे। 3 जून को इसका समापन बीएचयू वाराणसी में होगा। युवा खिलाड़ियों की संख्या के आधार पर यह प्रदेश का सबसे बड़ा आयोजन साबित होने वाला है। इस वजह से इसे खेलों का महाकुंभ कहा जा रहा है। इस अवसर पर केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर, केंद्रीय खेल राज्यमंत्री निसिथ प्रमाणिक समेत प्रदेश के तमाम मंत्री और अधिकारी मौजूद रहेंगे।
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स (केआईयूजी) 2022 उत्तर प्रदेश के चार शहरों (लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर और गौतमबुद्धनगर) में आयोजित किया जाएगा। राजधानी लखनऊ के अलावा, शूटिंग प्रतियोगिताओं का आयोजन नई दिल्ली में भी किया जाएगा। कार्यक्रम के अनुसार लखनऊ 8 स्थानों पर 12 खेलों , तीरंदाजी, जूडो, मल्लखंब, वॉलीबॉल, तलवारबाजी, बैडमिंटन, टेबल टेनिस, रग्बी, एथलेटिक्स, हॉकी, फुटबॉल की मेजबानी करेगा। गौतमबुद्धनगर (नोएडा) 3 स्थानों में 5 खेलों (बास्केटबॉल, कबड्डी, मुक्केबाजी, तैराकी और भारोत्तोलन) की मेजबानी करेगा। वाराणसी आईआईटी-बीएचयू, 2 खेलों (कुश्ती और योगासन) की मेजबानी करेगा, जबकि, गोरखपुर और दिल्ली क्रमशः रोइंग और शूटिंग इवेंट का आयोजन करेंगे। रोइंग को पहली बार इन गेम्स में शामिल किया गया है।
अपर मुख्य सचिव (खेल एवं युवा कल्याण), डॉ. नवनीत सहगल ने बताया कि इन खेलों का उद्घाटन समारोह इतना भव्य होगा कि पूरी दुनिया की निगाहें अवध पर टिकी होंगी। यूपी में खेलों का माहौल अब पूरी तरह से बदल गया है। खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए हमेशा आगे रहने वाली योगी सरकार खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स-2022 के सहारे विश्व खेल पटल पर अपनी छाप छोड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है। हाल ही में लखनऊ में हुए आईपीएल के मुकाबलों में जो जोश दिखा था, वैसा ही जोश खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स को लेकर दिखेगा। इन खेलों के आयोजन से यूपी का खेल ढांचा और मजबूत होगा। वहीं इन खेलों में प्रतिभागी खिलाड़ियों को उत्कृष्ट सेवाएं देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के आयोजन से युवा छात्रों के साथ शिक्षक भी खेल से जुड़ेगे और विश्वविद्यालय में खेल का एक नया इकोसिस्टम तैयार होगा। इस प्रकार की प्रतिस्पर्धाओं के आयोजन से प्रदेश में खेल संस्कृति को भी बढ़ावा मिलेगा।
टिप्पणियाँ