खालिस्तान समर्थकों की सोच तालिबान जैसी, सिखों का कत्लेआम भी नहीं भूल सकते, सुक्खी चहल से सीधी बात
खालिस्तान समर्थकों की सोच तालिबान जैसी, सिखों का कत्लेआम भी नहीं भूल सकते, सुक्खी चहल से सीधी बात
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