इस्लामिक कट्टरपंथी संगठन पापुरलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े करीब 12 संदिग्ध लोगों को उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों से एंटी टेररिस्ट स्क्वायड (एटीएस) की टीमों ने हिरासत में लिया है। देश विरोधी गतिविधि को लेकर हुई इस कार्रवाई की गोपनीयता बनायी रखी गयी है।
सूत्रों ने बताया कि लखनऊ के बक्शी का तालाब क्षेत्र में अचरामउ गांव में एटीएस की टीम पहुंची और वहां से एक संदिग्ध को हिरासत में लिया। लखनऊ के विकास नगर से एक संदिग्ध युवक को और हिरासत में लिया गया। इसी तरह वाराणसी में आदमपुर क्षेत्र से दो संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा मुरादाबाद, आजमगढ़, मेरठ में भी एटीएस की गोपनीय कार्रवाई हुई है और जिसमें संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
मेरठ में पांच से पूछताछ, एक को लिया हिरासत में
मेरठ में एटीएस की टीम ने लिसाड़ी गेट और कोतवाली थाना क्षेत्रों में छापा मारा। एटीएस को राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल पीएफआई कार्यकर्ताओं की तलाश है। पूछताछ के बाद एटीएस ने पांच लोगों को छोड़ दिया, जबकि बुलंदशहर के अब्दुल खालिक को अपने साथ ले गई। अब्दुल लगभग एक साल से लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र की फतेहउल्लापुर में किराये पर रह रहा था। वह एक राजनीतिक दल से भी जुड़ा हुआ है। तीन महीने पहले भी एटीएस ने खरखौदा, लिसाड़ी गेट, देहली गेट थाना क्षेत्र में भी एटीएस ने छापेमारी की थी। उस दौरान फुरकान, मुनीर, फहीम आदि को पकड़ा था। सीओ कोतवाली अमित राय का कहना है कि एटीएस ने अपने स्तर पर छापेमारी की है।
वाराणसी के आदमपुर क्षेत्र से 2 युवकों को लिया हिरासत में
वहीं वाराणसी में एटीएस की टीम ने आदमपुर थाना क्षेत्र के हनुमान फाटक इलाके से क्षेत्रीय पुलिस के साथ मिलकर दो युवकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। पीएफआई (पापुलर्स फ्रंट ऑफ इंडिया) से जुड़े युवकों पर राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने की आशंका है।
एटीएस की टीम ने हिरासत में लिए गए युवकों से शनिवार देर शाम अशोक विहार कॉलोनी (पहड़िया) स्थित कार्यालय में पूछताछ की। एटीएस की टीम ने पीएफआई (पापुलर्स फ्रंट ऑफ इंडिया) से जुड़े अन्य युवकों की तलाश में कोतवाली, जैतपुरा, भेलूपुर, सारनाथ और कैंट इलाके में भी कई जगह छापेमारी की। लेकिन संदिग्ध युवक नहीं मिले। आदमपुर इलाके से पकड़े गए युवकों के परिजनों को एटीएस की टीम ने बताया कि पूछताछ के लिए ले जा रहे हैं। एक घंटे बाद छोड़ देंगे। देर तक दोनों युवक घर नहीं लौटे तो परिजन आदमपुर थाना पहुंचे। पुलिस को घटनाक्रम की जानकारी दी। पुलिस ने एटीएस की कार्रवाई बताकर उन्हें लौटा दिया।
बता दें कि वर्ष 2022 में पीएफआई के बैन लगाये जाने के बाद उससे जुड़े लोगों की गिरफ्तारी की जा रही है, जो बैन होने के बाद भी पीएफआई की गतिविधियों को संचालित कर रहे है। इसमें बड़ी संख्या में जुड़े नयी उम्र के युवकों को गतिविधि में जोड़ा जाता है।
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