वाराणसी । बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर हजारों भक्तों ने गंगा नदी में डुबकी लगाई। भीषण गर्मी और धूप के बावजूद भी भक्तों का रेला कम नही हो रहा है। इस दौरान श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। एनडीआरएफ की टीमें गंगा में लगातार गश्त कर रही है। दशाश्वमेध घाट, दरभंगा घाट, शीतला घाट, राजेंद्र प्रसाद घाट, अस्सी घाट, शिवाला, सिंधिया घाट, राजघाट, तुलसीघाट समेत अन्य घाटों पर भी लोग आस्था के गोते लगा रहे हैं। सुबह से ही गंगा नदी में लोग स्नान करते हुए दान कर रहे हैं।
काशी और आसपास के जनपदों से चंदौली, गाजीपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर, बलिया, गोरखपुर, मऊ समेत मध्य प्रदेश, बिहार और देश के अन्य राज्यों से भी काफी संख्या में श्रद्धालु गंगा घाटों पर स्नान करने पहुंचे । सुबह से ही भक्तों के भीड़ को देखते हुए चौक से गोदौलिया मार्ग पर वाहनों की आवा जाही रोक दिया गई है।
वैशाख पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा का महापर्व मनाया जाता है। सारनाथ स्थित महाबोधि मंदिर में बुद्ध पूर्णिमा पर देश – विदेश के श्रद्धालुओं का तांता लगा है। महात्मा बुद्ध के अस्थि अवशेष का दर्शन लोगों के आस्था का केंद्र बना है। भंते सुमिता नंद थेरो ने बताया कि साल में सिर्फ दो बार ही यहां बौद्ध अनुयायियों को महात्मा बुद्ध के अस्थि अवशेष के दर्शन का मौका मिलता है। विदेशों के साथ भारत के कई राज्यों से श्रद्धालु यहां आते हैं।
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