एटा। यूपी के एटा जिले में गौतस्करों ने गौशाला पर धावा बोलकर 14 गौवंशों की हत्या कर दी और उनका मीट ट्रकों में भरकर ले गए। आधी रात को 30 से अधिक तस्कर गौशाला पर पहुंचे थे। राहगीर पिता पुत्र ने विरोध किया तो तस्करों ने उनको चाकुओं से गोद दिया। कई लोगों के साथ लूटपाट भी की गई। घायलों को गंभीर हालत में सैफई मेडिकल कॉलेज रेफर किया है। घटना के बाद पुलिस ने तस्करों को पकड़ने के लिए अभियान छेड़ दिया है। कई संदिग्ध हिरासत में भी लिए गए हैं।
पुलिस के मुताबिक, एटा में शीतलपुर ब्लाक क्षेत्र के पवांस गौशाला संचालित हो रही है, जिसमें काफी संख्या में गौवंश की देखरेख की जाती है। लखीमपुर गांव में बनी गौशाला का केयर टेकर उदयपाल रात में ताला बंद कर घर गया था। मध्यरात्रि तीन मिनी ट्रकों से 30 से ज्यादा तस्कर गौशाला पर पहुंचे और ताला तोड़कर अंदर दाखिल हो गए। तस्करों ने गौशाला के अंदर ही 14 गाय व दूसरे गौवंशों को काट कर उनका मीट ट्रकों में भर लिया। डेयरी पर काम करने के बाद लखीमपुर गांव लौट रहे ह्रदेश चौहान और उसके बेटे शिवम चौहान ने तस्करों का विरोध किया तो चाकू-छुरी मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया गया। लहूलुहान पिता-पुत्र को तस्करों के हाथ पैर रस्सी से बांधकर एक तरफ डाल दिया।
शादी समारोह से लौट रहा गांव का गौरव सोलंकी वहां पहुंचा तो तस्करों ने उसको भी बंधक बना लिया और उसकी कैश व ज्वेलरी लूट ली। इसके बाद तस्कर ट्रकों में सवार होकर वहां से भाग निकले। सूचना पर डीएम एटा अंकित कुमार अग्रवाल, एसएसपी उदयशंकर सिंह कई थानों के फोर्स के साथ गौशाला पहुंच गए। अफसरों ने बताया कि निकाय चुनाव के पहले चरण में फोर्स दूसरे जिलों में जाने का फायदा उठाकर तस्करों ने घटना को अंजाम दे दिया। तस्करों की गिरफ्तारी की पुलिस की चार टीमों को जुटाया गया है और अपराधियों की तलाश जारी है। रात में गोशाला में पहरेदारी न होने को लेकर बीडीओ और ग्राम पंचायत अधिकारी को प्रशासन ने कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है। उप जिलाधिकारी और मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं।
तस्करों के हमले में घायल गांववालों ने पुलिस को बताया कि गैंग में सिर्फ एक-दो ही सदस्य पूरे कपड़े पहने थे। बाकी सभी नकाबपोश कच्छा-बनियानधारी थे। पास की पुलिस चौकी पर सिर्फ सिपाही ड्यूटी पर था। बाकी पूरा फोर्स चुनाव ड्यूटी पर आगरा-फिरोजाबाद गया हुआ था। तस्करों को इसकी पूरी जानकारी थी। गांववालों का कहना है कि गौशाला में 14 गौवंशों के अवशेष मिले हैं। घटना से पहले 83 गाय थीं। बाद में केवल 56 नजर आईं। आशंका जताई जा रही है कि कुछ गायों को तस्कर ट्रकों में भरकर भी ले गए। गौशाला के अंदर इस तरह की घटना से एटा के हिंदू संगठन भी आक्रोशित हैं और तस्करों पर जल्द कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। हिंदू संगठनों का कहना है कि गौतस्करी और गौवध की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। गौशालाओं की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम करने की मांग प्रशासन से की गई है।
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