केजरीवाल ने अपने सरकारी घर की साज-सज्जा में 44.78 करोड़ रु. खर्च किए हैं। घर के खंभों की सजावट पर 85,00,000 रु., दीवारों की सजावट पर 4 करोड़ रुपए रु., स्वीमिंग पूल पर 10 करोड़ रु., रसोई घर की मरम्मत के लिए एक करोड़ 10 लाख रु., बिजली के उपकरण पर 2. 58 करोड़ रु. और 23 पर्दों पर एक करोड़ रु. खर्च किए गए हैं।
सार्वजनिक समारोहों में हवाई चप्पल पहनकर जाने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल घर में किसी महाराजा की तरह रहते हैं और वह भी सरकारी पैसे पर। केजरीवाल ने अपने सरकारी घर की साज-सज्जा में 44.78 करोड़ रु. खर्च किए हैं। घर के खंभों की सजावट पर 85,00,000 रु., दीवारों की सजावट पर 4 करोड़ रुपए रु., स्वीमिंग पूल पर 10 करोड़ रु., रसोई घर की मरम्मत के लिए एक करोड़ 10 लाख रु., बिजली के उपकरण पर 2. 58 करोड़ रु. और 23 पर्दों पर एक करोड़ रु. खर्च किए गए हैं।
जब इसकी खबर फैली तो केजरीवाल ने राज्यसभा सांसद संजय सिंह को आगे करके सफाई और आरोप का ‘खेल’ शुरू कर दिया। संजय सिंह ने कहा, ‘‘अरविंद केजरीवाल का सरकारी घर 80 वर्ष पुराना था और जर्जर हो गया था। तीन बार छत गिर गई थी। इसलिए उसे तोड़कर फिर से बनाया गया है।’’ संजय सिंह ने आम आदमी पार्टी की आदत के अनुसार आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री का घर 500 करोड़ रु. में बन रहा है, वे करोड़ों रु. की गाड़ी में चलते हैं। लेकिन संजय सिंह के इन आरोपों की हवा उन वकील प्रशांत भूषण ने ही निकाल दी, जो कभी इन सबके ही साथी थे।
‘‘अरविंद केजरीवाल ने लोगों के साथ छल किया है। यह छल उन्हें बहुत महंगा पड़ेगा।’’ बता दें कि ये वही अरविंद केजरीवाल हैं, जो कभी कहा करते थे कि पद मिलने के बाद भी वे न तो गाड़ी लेंगे, न बड़ा घर लेंगे और न ही सुरक्षा। अब इन्हीं केजरीवाल के साथ भारी सुरक्षा रहती है। उनके काफिले में 28 गाड़ियां चलती हैं। उनके पास शानदार बंगला भी है। इस बंगले की साज-सज्जा के लिए उन्होंने दो वर्ष के अंदर 44.78 करोड़ रु. खर्च किए हैं। -गणेश पांडे, उत्तम नगर
प्रशांत भूषण ने ट्वीट किया, ‘‘तीन-चार कमरे के मकान से 44 करोड़ के महल तक, वह भी सरकारी खर्चे पर। आम आदमी से खास राजा। यह कहां आ गए हम! पूरे भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन को मिट्टी में मिला दिया।’’ प्रशांत भूषण की यह टिप्पणी केजरीवाल के चेहरे से नकाब उतार रही है। इसलिए संजय सिंह चाहे कितनी भी सफाई दें केजरीवाल की गिरती छवि को बचा नहीं सकते हैं।
लोग केजरीवाल का सच जानकर हैरान हैं। उत्तम नगर के गणेश पांडे कहते हैं, ‘‘अरविंद केजरीवाल ने लोगों के साथ छल किया है। यह छल उन्हें बहुत महंगा पड़ेगा।’’ बता दें कि ये वही अरविंद केजरीवाल हैं, जो कभी कहा करते थे कि पद मिलने के बाद भी वे न तो गाड़ी लेंगे, न बड़ा घर लेंगे और न ही सुरक्षा। अब इन्हीं केजरीवाल के साथ भारी सुरक्षा रहती है। उनके काफिले में 28 गाड़ियां चलती हैं। उनके पास शानदार बंगला भी है। इस बंगले की साज-सज्जा के लिए उन्होंने दो वर्ष के अंदर 44.78 करोड़ रु. खर्च किए हैं।
दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा कहते हैं, ‘‘केजरीवाल ने सितंबर, 2020 से लेकर दिसंबर, 2021 तक यानी कोरोना काल में अपने सरकारी घर और कैंप कार्यालय की मरम्मत के लिए लगभग 45 करोड़ रु. खर्च किए हैं।’’ उन्होंने यह भी कहा कि केजरीवाल तब अपने बंगले की साज-सज्जा करा रहे थे, जब दिल्ली के लोग जीवन बचाने के लिए संघर्ष कर रहे थे।
यानी केजरीवाल इतने असंवेदनशील भी हैं कि उन्हें उन लोगों का दु:ख-दर्द नहीं दिखा, जिन्होंने केजरीवाल को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया है। अब लोग ही तय करें कि उनके साथ किया क्या जाए?
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