पश्चिम अफ्रीकी देश बुर्किना फासो के सीमावर्ती प्रांत यतेंगा के करमा गांव में सेना की वर्दी पहने अज्ञात लोगों ने हमलाकर 60 लोगों की हत्या कर दी। इस हमले में बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए हैं। यह क्षेत्र अफ्रीकी देश माली और बुर्किना फासो की सीमा पर है।
बुर्किना फासो में पिछले कुछ समय से ऐसी घटनाएं बढ़ी हैं। 15 अप्रैल को भी 40 लोगों की हत्या कर दी गई थी। सरकारी बयान में इसके लिए संदिग्ध जिहादियों को जिम्मेदार ठहराते हुए अपनी धरती की रक्षा के लिए 40 लोगों के बलिदान होने की बात कही गई थी। हाल ही में ह्यूमन राइट्स वॉच ने कहा था कि 2022 के बाद से बुर्किना फासो में नागरिक समूहों पर सशस्त्र समूहों के हमलों में वृद्धि हुई है।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल बुर्किना फासो में सेना ने तख्तापलट किया है। किन्तु वह हिंसा पर रोक नहीं लगा पाई है। इसकी शुरुआत 2012 में पड़ोसी देश माली में हुई थी। यह धीरे-धीरे बुर्किना फासो और नाइजर तक पहुंच गई है। इस हिंसा में अब तक हजारों लोग मारे जा चुके हैं और लाखों लोग विस्थापित हुए हैं।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
टिप्पणियाँ