आखिरकार पंजाब की मोगा पुलिस को 18 मार्च से फरार खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने में सफलता मिल गई। पंजाब पुलिस और काउंटर इंटेलिजेंस के संयुक्त अभियान में उसे दबोचा गया। पंजाब पुलिस ने आज (रविवार) सुबह ट्वीट किया है कि मोगा पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। अमृतपाल पिछले 36 दिनों से पुलिस को चकमा दे रहा था। पंजाब पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
#AmritpalSingh arrested in Moga, Punjab.
Further details will be shared by #PunjabPolice
Urge citizens to maintain peace and harmony, Don't share any fake news, always verify and share.
— Punjab Police India (@PunjabPoliceInd) April 23, 2023
पंजाब पुलिस ने ट्वीट करके अमृतपाल के गिरफ्तारी की जानकारी दी है। उन्होंने लिखा कि पंजाब के मोगा से अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। आगे की जानकारी साझा की जाएगी। साथ ही नागरिकों से शांति और सद्भाव बनाए रखने का आग्रह करते हुए लिखा कि कोई भी फर्जी खबर साझा न करें, हमेशा सत्यापित करके साझा करें। जानकारी के अनुसार पुलिस उसे अमृतसर ले गई है और वहां से उसे सीधा असम के डिब्रूगढ़ जेल में भेजा जाएगा।
अमृतपाल के दुबई से लौटने पर रोडे गांव में ही उसकी दस्तारबंदी की गई थी। रोडे जरनैल सिंह भिंडरावाला का पैतृक गांव है। यहीं पर अमृतपाल ने खुद को भिंडरावाला-2 घोषित किया था। 18 मार्च को पुलिस को चकमा देकर फरार अमृतपाल चुनौती बना हुआ था। पुलिस अब तक उसके नौ करीबियों को एनएसए के तहत गिरफ्तार करके असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज चुकी है। रविवार सुबह करीब 6:30 बजे पुलिस ने अमृतपाल को रोडे में दबोच लिया। अमृतपाल के खिलाफ पंजाब में एनएसए समेत कई धाराओं के तहत मामले दर्ज हैं।
बता दें कि अमृतपाल की गिरफ्तारी को लेकर पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट ने भी पंजाब पुलिस को फटकार लगाई थी कि जब उसके साथियों को पकड़ लिया गया तो अमृतपाल तक पुलिस कैसे नहीं पहुंच पा रही है। 18 मार्च से फरार चल रहे अमृतपाल सोशल मीडिया के जरिए कई बार वीडियो भी जारी कर चुका था। उसकी गिरफ्तार को लेकर पंजाब पुलिस ने देशभर में ऑपरेशन चलाए। पंजाब पुलिस के कर्मचारियों की छुट्टियां तक रद्द कर दी गई थीं।
अमृतपाल का करीबी पपलप्रीत हो चुका है गिरफ्तार
इससे पहले 10 अप्रैल को अमृतपाल सिंह के साथी पपलप्रीत को पंजाब पुलिस ने होशियारपुर से गिरफ्तार किया था। पंजाब पुलिस और काउंटर-इंटेलिजेंस यूनिट द्वारा चलाए गए एक ऑपरेशन में पपलप्रीत सिंह को पकड़ा गया था। पपलप्रीत भी खालिस्तानी विचारधारा से संक्रमित है और उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह खालिस्तान समर्थक पत्रिका फतेहनामा के लिए भी आतंकवादियों के समर्थन में लेख लिखता रहा है।
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