अमेरिकी सीनेट की एक विस्तृत रिपोर्ट का निष्कर्ष है कि कोरोना वायरस या कोविड19 महामारी बहुत हद तक चीन के वुहान शहर में मौजूद एक प्रयोगशाला से किसी “शोध के दौरान” लीक हुई। इससे इस सोच की पुष्टि होती है कि कोरोना वुहान प्रयोगशाला से ही निकला है। विभिन्न देशों के वैज्ञानिकों, अनुसंधानकर्ताओं और नीतिकारों का अभी तक यही मानना रहा है कि कोरोना वायरस, हो न हो, वुहान प्रयोगशाला से ही जाने—अनजाने लीक हुआ है। खुद चीन की उस प्रयोगशाला में कार्य कर चुकी एक वैज्ञानिक ने पूरे विश्वास से कहा था वुहान प्रयोगशाला में जिस तरह से जीवित चमगादड़ों पर काम होता है, उसमें इस तरह के वायरस के रिसाव की पूरी संभावना होती है।
समाचार वेबसाइट ‘एक्सियोस’ द्वारा प्राप्त 302 पृष्ठ की अमेरिकी सीनेट रिपोर्ट में कोविड की उत्पत्ति को लेकर जो आम मान्यता है वह पुख्ता तरीके से सामने आई है। रिपोर्ट बताती है कि कोरोना वायरस की प्रकृति और शुरुआती प्रसार से संकेत मिलता है कि यह वैक्सीन से जुड़े किसी शोध में जैव सुरक्षा की नाकामी के कारण फैला होगा।
हाल ही में, ‘चाइनीज सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन’ के शोधकर्ताओं ने स्वैब का एक विश्लेषण प्रकाशित किया है, जिसे चीन के वुहान शहर के एक समुद्री जीवों के बाजार से लिया गया था, जहां से कोविड की उत्पत्ति मानी जाती है। गत 5 अप्रैल को ‘नेचर’ पत्रिका में प्रकाशित हुई विस्तृत रिपोर्ट वुहान में फैले कोविड वायरस के शुरुआती हफ्तों में एकत्र किए गए नमूनों का विश्लेषण करने के बाद तैयार की गई है।
जनवरी 2020 में इस बीमारी को सार्वजनिक स्वास्थ्य की दृष्टि से एक संकट घोषित किए जाने के कुछ ही दिनों बाद, कोविड का प्रकोप एक महामारी बन गया। इसने मानव जाति पर जबरदस्त कहर बरपाया, दुनियाभर में लाखों लोगों की मौत हुई। आज भी अनेक लोग इसके दुष्प्रभाव को झेल रहे हैं।
कोविड का पहला मामला चीन के वुहान शहर में ही दर्ज किया गया था। लेकिन ये कहां से शुरू हुआ इसको लेकर कई विशेषज्ञों के अलग अलग नजरिए सामने आते रहे हैं लेकिन अधिकांश इसेके पीछे वुहान लैब को ही दोषी मानते हैं।
हालांकि अमेरिका की सीनेट रिपोर्ट वायरस के किसी पशु से मानव में पहुंचने की धारणा को दरकिनार करने के कोई ठोस सबूत नहीं देती है। यह रिपोर्ट पूर्व सीनेटर रिचर्ड बूर द्वारा महामारी की उत्पत्ति को लेकर की गई जांच का निचोड़ है। गत वर्ष इसी रिपोर्ट का एक लघु अंश जारी किया गया था जिसके बाद चीन की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया देखने में आई थी।
एक पूर्व वरिष्ठ रिपब्लिकन नेता ने इस रिपोर्ट पर काफी काम किया था। सीनेटर बूर के पद से हटने तक इस पर काम पूरा नहीं हुआ था। पूर्व सीनेटर बूर ने इस दस्तावेज़ की पुन:समीक्षा नहीं की है। लेकिन एक्सियोस का निष्कर्ष है कि अब यह रिपोर्ट जारी की जा सकती है। पूर्व सीनेटर बूर ने एक बयान में कहा था कि रिपोर्ट “विश्वसनीय और उन अंतरराष्ट्रीय प्रयासों का हिस्सा बनने योग्य है जिनसे यह निर्धारित किया जा सके कि महामारी कैसे शुरू हुई ताकि भविष्य में ऐसी महामारियों को रोकने के लिए कदम उठाए जा सकें”।
हाल ही में, ‘चाइनीज सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन’ के शोधकर्ताओं ने स्वैब का एक विश्लेषण प्रकाशित किया है, जिसे चीन के वुहान शहर के एक समुद्री जीवों के बाजार से लिया गया था, जहां से कोविड की उत्पत्ति मानी जाती है। गत 5 अप्रैल को ‘नेचर’ पत्रिका में प्रकाशित हुई विस्तृत रिपोर्ट वुहान में फैले कोविड वायरस के शुरुआती हफ्तों में एकत्र किए गए नमूनों का विश्लेषण करने के बाद तैयार की गई है। रिपोर्ट ने पुष्टि की कि SARS-CoV-2 के लिए सकारात्मक परीक्षण करने वाले नमूनों में पशु डीएनए मौजूद था।
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