सुदूर न्यूजीलैंड में नशे के एक संजाल का पता चला है। इस संजाल के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए पुलिस के हाथ जो अपराधी लगे हैं उनमें भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या करने वाले सतवंत सिंह का भतीजा भी शामिल है।
नशे के कारोबार के संजाल के विरुद्ध पुलिस ने यह कार्रवाई न्यूजीलैंड के ऑकलैंड शहर में की है। यहां लंबे समय से यह नशे का कारोबार चल रहा था। पुलिस को इस सिलसिले में एक जगह पर छापा मारने के दौरान बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। पुलिस ने बताया कि बीयर की केन्स में भारी मात्रा में छुपाकर रखा गया नशीला पदार्थ मेथामफेटामाइन पकड़ा गया है।
मीडिया में आए समाचारों के अनुसार, भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारे सतवंत सिंह का भतीजा बलतेज सिंह भी नशे के कारोबारियों के साथ पकड़ा गया है। इन सभी को पुलिस ने हिरासत में लिया हुआ है।
सतवंत सिंह का भतीजा होने की वजह से बलतेज सिंह अपने इलाके में लोगों पर रौब गांठता फिरता है और लोग भी उससे दबे दबे से रहते हैं। ऑकलैंड के गुरुद्वारों में भी बलतेज की तूती जैसी बोलती है। वह सतवंत सिंह का नाम ले-लेकर अपना दबदबा दिखाया करता है।
पकड़ा गया नशे का कारोबारी बलतेज सिंह उसी सतवंत सिंह का भतीजा बताया गया है जिसने अपने साथी बेअंत सिंह के साथ मिलकर 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके सरकारी निवास पर हत्या की थी। इसके बाद कांग्रेस के लोगों ने पूरे देश में सिख विरोधी नरसंहार रचाया था। गिरफ्तार बलतेज सिंह के कब्जे से पुलिस को भारी मात्रा में नशीला पदार्थ मिला है।
बताते हैं कि इंदिरा गांधी के हत्यारे सतवंत सिंह का भतीजा होने की वजह से बलतेज सिंह अपने इलाके में लोगों पर रौब गांठता फिरता है और लोग भी उससे दबे दबे से रहते हैं। ऑकलैंड के गुरुद्वारों में भी बलतेज की तूती जैसी बोलती है। वह सतवंत सिंह का नाम ले-लेकर अपना दबदबा दिखाया करता है।
दरअसल हत्यारे सतवंत सिंह का भाई अपने परिवार के साथ 1980 के दशक में न्यूजीलैंड स्थानांतरित हो गया था। यहां आकर उसने रोजी-रोटी चलाने के लिए ऑकलैंड में एक छोटी सी किराने की दुकान खोली थी।
स्थानीय लोगों के अनुसार, बलतेज यहां होने वाले भारत विरोधी मोर्चों और रैलियों में खूब सक्रिय रहता है और मौका मिलते ही, भारत को बदनाम करता है।
नशे के कारोबारी बलतेज सिंह के पकड़े जाने के बाद, उसके आस-पड़ोस में रहने वाले हैरान हैं कि उसके पास जो अचानक पैसा आया वह इस धंधे से आया है। पड़ोसी बताते हैं कि, न्यूजीलैंड में जितने भी भारत विरोधी कार्यक्रम अथवा खालिस्तानी रैलियां आदि होती हैं, उनमें बलतेज सिंह शामिल होकर लोगों को उकसाता है। वह इन कार्यक्रमों के लिए खूब पैसा भी देता है।
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