उत्तराखंड में पिछले एक दिन में दो व्यक्तियों को बाघ ने अपना निवाला बनाया है। बाघ, कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के बताए जा रहे हैं, जो जंगल के पास के गांवों में इंसानों को अपना शिकार बना रहे हैं।
पौड़ी गढ़वाल में धुमाकोट क्षेत्र में एक सेवा निवृत्त शिक्षक रणवीर सिंह नेगी को बाघ ने अपना निवाला बना लिया। उनका घर नैनी डांडा के सिमली ग्राम में सूनसान इलाके में है। वहीं घर के बाहर ही बाघ उन पर हमला किया और पास की झाड़ियों में घसीट ले गया। घटना के समय उनके परिजन देहरादून गए हुए थे। फिलहाल इस घटना के बाद डीएम पौड़ी ने आसपास के स्कूल अगले दो दिन के लिए बंद कर दिए हैं। वन विभाग ने बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए गए हैं।
दूसरी घटना डल्ला ग्राम में हुई है। यहां भी बाघ ने एक ग्रामीण को मार डाला है, जिसके बाद से इलाके में दहशत है। यह गांव कालागढ़ सीटीआर के पास है। वन अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया और अपनी गश्त तेज कर दी है। इन दोनों घटनाओं का केंद्र कॉर्बेट टाइगर रिजर्व का कोर जोन है, जहां से बाघ आबादी की तरफ आ रहे हैं और इंसानों का शिकार करने में लगे हैं।
बाघों के संरक्षण को लेकर बैठक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में बाघों के संरक्षण, सुरक्षा और मानव-वन्यजीव संघर्ष को लेकर बैठक हुई, जिसमें वन मंत्री सुबोध उनियाल, वन्य जीव प्रतिपालक डॉ समीर सिन्हा, कॉर्बेट टाइगर कंजरवेशन सोसाइटी के सदस्य आदि शामिल हुए। सीएम ने वन अधिकारियों को निर्देशित किया कि वो बाघों के विषय के साथ-साथ टाइगर रिजर्व में हो रहे अतिक्रमण की भी चिंता करें, क्योंकि पर्यटन के केंद्र के रूप में बाघों के घर पहचाने जाते हैं।
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