राजस्थान के बाड़मेर में एक वंचित समाज की विवाहित महिला के साथ हैवानियत का मामला सामने आने के बाद से सनसनी फैल गई है। महिला के साथ पड़ोसी युवक शकूर खान ने पहले तो दुष्कर्म किया फिर उसे थिनर डालकर जला दिया। घटना के बाद जैसे ही हंगामा मचा तो अन्य लोगों ने मौके पर पहुंचकर महिला को निजी अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन तब तक महिला के शरीर अधिकतर हिस्सा जल चुका था और उसकी जोधपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई। जिसके बाद परिजन और समाज के लोग विभिन्न मांगों को लेकर महात्मा गांधी हॉस्पिटल की मोर्चरी के बाहर धरना दे रहे थे। वहीं घटना की सूचना पर बालोतरा व पचपदरा सीओ मौके पर पहुंच गए।
परिजनों ने शव उठाने से किया इंकार
लेकिन परिजनों ने मांगे नहीं मानने तक शव को उठाने से इनकार कर दिया है। धरना स्थल पर परिजनों और समाज के लोगों से समझाइश के लिए पचपदरा विधायक मदन प्रजापत, शहर विधायक मनीषा पवार, पशुधन कल्याण बोर्ड अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सोलंकी भी पहुंचे। फिलहाल परिजनों और समाज के लोगों के साथ बातचीत चल रही है।
क्या है परिवार की मांग
शनिवार की सुबह सामाजिक संठगनों एवं परिजन की तरफ से परिवार को 1 करोड़ रुपये की मुआवजा राशि देने की मांग की है। इसके अलावा पचपदरा पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने की मांग की जा रही है। जिन्होंने समय रहते कार्रवाई नहीं की थी। इस मांग के अलावा परिजन एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने, बालोतरा पुलिस थाना अधिकारी को निलंबित करने, पीडि़त परिवार को सरकारी योजनाओं की सुविधा देने की मांग प्रशासन से की गई है।
विपक्ष साधा कांग्रेस सरकार पर निशाना
दुष्कर्म पीड़िता को जलाने व इलाज के दौरान मौत हो जाने के की खबर के बाद केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने ट्वीट कर गहलौत सरकार को घेरा और लिखा कि लचर कानून व्यवस्था के कारण अपरधियों में कानून का खौफ खत्म हो चुका है।
वहीं इस मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, ” एक दलित महिला के घर में एक मुस्लिम व्यक्ति दिनदहाड़े घुसता है, उसके साथ दुष्कर्म करता है। पीड़िता को आग लगाकर उसकी हत्या करने का प्रयास करता है…सरकार तुष्टिकरण में डूबी हुई है। 24 घंटे तक पीड़िता को बालोतरा के उस अस्पताल में बिना मुकदमा दर्ज किए रखा गया जहां बर्न यूनिट नहीं है, बर्न का कोई डॉक्टर नहीं है।
वहीं इस मामले को लेकर पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्विटर पर एक वीडियो जारी करते हुए लिखा कि “पचपदरा थाना क्षेत्र में महिला के साथ हुई अमानवीय दुष्कर्म की घटना, प्रदेश की कलंकित कानून व्यवस्था की बानगी है और कांग्रेस सरकार संवेदनहीनता की पराकाष्ठा को भी लांघ चुकी है।”
पचपदरा थाना क्षेत्र में महिला के साथ हुई अमानवीय दुष्कर्म की घटना, प्रदेश की कलंकित कानून व्यवस्था की बानगी है और कांग्रेस सरकार संवेदनहीनता की पराकाष्ठा को भी लांघ चुकी है।#सच_तो_ये_है #Rajasthan pic.twitter.com/fNcOmzLz7y
— Satish Poonia (@DrSatishPoonia) April 8, 2023
जानिए क्या है पूरा मामला
बाड़मेर जिले के पचपदरा थाना इलाके की यह घटना 6 अप्रैल की बताई जाती है। पुलिस ने बताया कि एक परिवादी ने रिपोर्ट पेश की कि वह बालोतरा में मजदूरी करता है। वह परिजनों सहित ढाणी में रहता है। वह मजदूरी पर बालोतरा आ गया था व उसके दो पुत्र व दो पुत्रियां स्कूल चले गए थे। गुरुवार दोपहर करीब 3 बजे परिजन का फोन आया कि उसकी पत्नी के साथ शकूर खान पुत्र कालू खान ने दुष्कर्म कर अपने साथ लाए थिनर को डालकर मारने की नियत से आग लगा दी। उसके चिल्लाने पर परिजन दौड़कर आए तब तक आरोपी आग लगाकर भाग गया।
परिजन गंभीर रूप से झुलसी विवाहिता को बालोतरा के राजकीय नाहटा अस्पताल लेकर आए। वह भी अस्पताल पहुंचा, वहां उसकी झुलसी पत्नी ने बताया कि आपके जाने के बाद और बच्चे व बच्चियों के स्कूल जाने के बाद दिन में करीब 1 बजे शकूर खां मुझे अकेली देख ढाणी में आया और जबरन खींचकर कमरे में ले जाकर दुष्कर्म किया। चिल्लाने पर एक परिजन महिला भी मौके पर पहुंची, मगर उसको धक्का देकर गिराने के बाद उसने उस पर थिनर छिड़ककर आग लगा दी और भाग गया।
इसके बाद अन्य परिजन भी पहुंचे, जिन्होंने कंबल व रजाई डालकर आग बुझाकर उसे अस्पताल लेकर आए। राजकीय अस्पताल से उसे एक निजी अस्पताल उपचार के लिए ले जाया गया। जहां उसकी मौत हो गई। उपचार में व्यस्त होने के कारण पुलिस में रिपोर्ट शुक्रवार को पेश की। पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
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