स्टोरीटेलिंग व ऑडियो प्लेटफॉर्म पॉकेट एफएम लेखिका सोनाली मिश्रा के उपन्यास नेहा की लव स्टोरी को किसी नोमान शाहजी के नाम से अपने प्लेटफॉर्म पर पढ़वा रहा था। लव जिहाद पर आधारित सोनाली मिश्री की ये किताब काफी चर्चित है और यह अमेजन पर भी उपलब्ध है। सोनाली मिश्रा ने जब पॉकेट एफएम को लीगल नोटिस भेजा तब उसने अपने प्लेटफॉर्म से इसे हटाया। यहां एक सवाल यह भी है कि पॉकेट एफएम के 50 मिलियन यूजर्स हैं, क्या उसके यहां कंटेंट बिना जांच के अपलोड होता है ?
सोनाली मिश्रा ने सुप्रीम कोर्ट की वकील के जरिए इस ऑडियो प्लेटफॉर्म को लीगल नोटिस भेजा तब जाकर उसने अपने प्लेटफॉर्म से उनकी किताब को हटाया। नोटिस में कहा गया कि सोनाली मिश्रा की किताब गरुण प्रकाशन द्वारा प्रकाशित की गई थी, जो कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर मौजूद है, लेकिन इसका कॉपीराइट अब भी लेखिका के पास है। ऐसे में पॉकेट एफएम ने उनसे बिना पूछे अवैध ढंग से उनकी किताब को नोमान शाहजी के नाम से पोर्टल पर अपलोड किया है, जहां पाठक मुफ्त में उसे डाउनलोड करके पढ़ सकते हैं।
नोटिस के अनुसार सोनाली मिश्रा से बिना पूछे पॉकेट एफएम ने ऐसा किया है जो कि आईपीसी की धारा 420 और 406 के तहत दंडनीय अपराध है। इस प्रकार से सोनाली के काम को मुफ्त में और किसी और का नाम डालकर सार्वजनिक किए जाने से उन्हें मानसिक आघात और आर्थिक नुकसान हुआ है।
नोटिस के जरिए प्लेटफॉर्म को चेतावनी दी गई कि वो नोटिस मिलने के तीन दिन के भीतर किताब को पॉकेट एफएम से हटाए। अगर ऐसा नहीं होता तो मामला कोर्ट तक जाएगा, इसके लिए वह खुद जिम्मेदार होंगे। फिलहाल लीगल नोटिस मिलने के बाद पॉकेट एफएम ने अपने पोर्टल से सोनाली मिश्रा की किताब को हटा दिया है।
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