भारत में खालिस्तानी आतंकियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाईयों से विदेशों में बैठे अलगाववादी व आतंकी लोग काफी खफा हैं, वे वहां रह रहे भारतीयों को अपना निशाना बना रहे हैं। खालिस्तानी आतंकी खास करके भगोड़े अमृतपाल के खिलाफ की गई कार्रवाई से झुंझलाए हुए हैं और कुछ भी करने को तैयार दिखते हैं।
फ्रैंड्स ऑफ कनाडा एंड इंडिया फाऊंडेशन ने इस बाबत रॉयल कैनेडियन माऊंटेड पुलिस के एक शिकायत पत्र भी दिया है। प्रमुख को शिकायत पत्र में भारत के कनाडा स्थित उच्चायुक्त संजय वर्मा की सुरक्षा को भी खतरे में बताया गया है। पत्र में एक कार्यक्रम में हुई हिंसक घटना का जिक्र किया गया है और आरोप लगाया गया है कि खालिस्तानियों के हमले के दौरान पुलिस ने लोगों की कोई मदद नहीं की।
फ्रैंड्स ऑफ कनाडा एंड इंडिया फाऊंडेशन के अध्यक्ष मनिंदर सिंह गिल ने पुलिस को लिखे पत्र में कहा है कि वह जब भी घर से बाहर निकलते हैं तो उन्हें खालिस्तानी कट्टरपंथियों के हमले की आशंका रहती है। उन्होंने पुलिस से उचित कदम उठाने की मांग करते हुए कहा है कि सरी शहर में कानून व्यवस्था को मजबूत किया जाए ताकि कनाडा में भारतीय-कनाडाई समुदाय शांति से रह सके।
गिल ने पत्र में बताया है कि उच्चायुक्त संजय वर्मा के पश्चिमी कनाडा के दौरे के दौरान 19 मार्च को उनके सम्मान में रात्रि भोज का आयोजन किया गया था, जबकि इससे पहले कट्टरपंथी खालिस्तानी समूहों ने 18 मार्च को कार्यक्रम स्थल पर विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था। भारतीय वाणिज्य दूतावास ने पुलिस को सूचित किया था, जिस पर आश्वासन दिया गया था कि उच्चायुक्त की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। पुलिस के आश्वासन के बाद हमने योजना के अनुसार अपना कार्यक्रम जारी रखा।
19 मार्च को खालिस्तानी समूह लोकतांत्रिक विरोध के नाम पर कार्यक्रम स्थल पर आए और सामने के प्रवेश द्वार को अवरुद्ध कर दिया। यह निजी संपत्ति होने के कारण अवैध था और जब हाल के मालिक ने प्रवेश द्वार खाली कराने के लिए पुलिस को फोन किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। मनिंदर सिंह गिल ने कहा कि खालिस्तानियों ने लोगों के साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। यहां तक कि मीडिया कर्मियों को भी नहीं बख्शा गया।
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