माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) एलन मस्क ने पिछले महीने एलान किया था कि कंपनी 1 अप्रैल के बाद से सभी के अकाउंट से लिगेसी चैकमार्क हटा देगी। ब्लू टिक के लिए लोगों को सब्सक्रिप्शन लेना होगा। सब्सक्रिप्शन नहीं लेने पर अकाउंट से ब्लू टिक हट जाएगा।
हालांकि आज 5 अप्रैल हो गया है, लेकिन अभी तक सब्सक्रिप्शन नहीं लेने पर भी कई लोगों के खाते से ब्लू टिक नहीं हटा है। बताया जा रहा है कि कंपनी एकसाथ फ्री वाले ब्लू टिक नहीं हटा सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी के पास ऐसी कोई टेक्नोलॉजी नहीं है, जिससे एक साथ 4.2 लाख लिगेसी अकाउंट से चेकमार्क को हटाया जा सके। ऐसे में कंपनी को एक-एक करके सभी के अकाउंट से ब्लू टिक हटाना होगा, जिसमें काफी समय लगेगा।
मस्क ने ट्विटर का लोगो बदला, चिड़िया की जगह डॉग का फोटो लगाया
बताया जा रहा है कि अगर ट्विटर वेरिफिकेशन सिस्टम में कोई बदलाव करके एक साथ सारे लिगेसी चेकमार्क को हटाता है तो प्लेटफार्म में परेशानियां आ सकती हैं। वेरिफिकेशन सिस्टम में बदलाव करने से ट्वीट का एल्गोरिदम, स्पैम फिलटर समेत कई चाजों में दिक्कत आ सकती है, यहां तक कि वेबसाइट भी डाउन हो सकती है। बता दें कि भारत में ट्विटर ब्लू टिक का चार्ज हर माह वेब यूजर्स से 650 रुपये और IOS और एंड्रॉइड यूजर्स से 900 रुपये लिया जाएगा। इसका पिछले महीने एलान हो चुका है।
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