कुमायूं के जंगल में अवैध मजारों की भरमार, हटाने की मांग को लेकर हिंदू संगठनों ने मुख्य वन संरक्षक को सौंपा ज्ञापन

वन विभाग की लापरवाही से बना दी गईं अवैध मजारें, अब नासूर बनती जा रही यह समस्या

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उत्तराखंड ब्यूरो

हल्द्वानी। हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने वन विभाग के मुख्य वन संरक्षक को ज्ञापन सौंपा है, जिसमें मांग की गई है कि कुमायूं क्षेत्र के जंगलों से अवैध मजारों को हटाया जाए। उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड में मजार जिहाद के नाम पर जंगल की भूमि पर अवैध रूप से मजारें बना दी गई हैं, जहां असामाजिक तत्व पनाह लेते रहे हैं।

हल्द्वानी में धर्म प्रसार समिति और बीजेपी किसान मोर्चा के नेता कमल जोशी मुनि ने सोमवार को अपने समर्थकों के साथ मुख्य वन संरक्षक पीके पात्रों से मिलकर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के दौरान कमल जोशी ने उन्हें अवगत कराया कि किस तरह से नैनीताल और उधमसिंहनगर जिले में जंगल की जमीनों पर अवैध मजारें बना दी गई हैं।

मुख्य वन संरक्षक को ज्ञापन देते हुए

बीजेपी किसान मोर्चा के नेता कमल जोशी ने बताया कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व, तराई पूर्वी, तराई पश्चिमी रामनगर, फॉरेस्ट डिवीजन, रिजर्व फॉरेस्ट में अवैध मजारें बना दी गई हैं। उन्होंने कहा कि वन विभाग की लापरवाही की वजह से मजार जिहाद हुआ है और अब ये समस्या नासूर बनती जा रही है।

कमल जोशी मुनि ने बताया कि जिस कॉर्बेट पार्क में पैदल चलना मना है, वहां मजारें बना दी गईं। उन्होंने बताया कि एक ही नाम के कथित पीर की दर्जनों मजारें कैसे हो सकती हैं? आखिर एक बंदा एक ही जगह तो दफनाया गया होगा। वन संरक्षक पीके ने आश्वस्त किया है कि वो जांच करवाएंगे और समुचित कार्रवाई की जाएगी।

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