लंदन में भारतीय उच्चायोग की इमारत से खालिस्तान समर्थकों द्वारा तिरंगा उतारने की कोशिश मामले में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बयान दिया है। कर्नाटक के एक कार्यक्रम में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने खालिस्तान समर्थकों द्वारा लंदन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और सैन फ्रांसिस्को में की गई बर्बरता का उल्लेख करते हुए उन्हें करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि यह ऐसा भारत नहीं है, जो अपने राष्ट्रीय ध्वज को किसी के द्वारा नीचे खींचे जाने को स्वीकार करेगा।
दरअसल, रविवार को भाजपा महानगर इकाई की ओर से धारवाड़ में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जहां एस जयशंकर ने कहा कि हमने पिछले कुछ दिनों में लंदन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और सैन फ्रांसिस्को में कुछ घटनाएं देखी हैं। यह ऐसा भारत नहीं है, जो अपने राष्ट्रीय ध्वज को किसी के द्वारा नीचे खींचे जाने को स्वीकार करेगा। घटना के बाद लंदन में भारतीय उच्चायोग ने खालिस्तान समर्थकों को करारा जवाब देते हुए वहां और विशाल तिरंगा लगा दिया है।
बताया जा रहा है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर का यह बयान केवल वहां के तथाकथित खालिस्तान समर्थकों के लिए नहीं था, बल्कि अंग्रेजों के लिए भी था कि अगर कोई तिरंगे का अनादर करने की कोशिश करेगा, तो राष्ट्रीय ध्वज और बड़ा कर दिया जाएगा।
बता दें कि बीते दिनों ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग के पास करीब 2 हजार खालिस्तान समर्थकों ने खालिस्तान के झंडे लहराते हुए प्रदर्शन किया था। प्रदर्शनकारियों ने तोड़-फोड़ करने की कोशिश की थी और भारतीय उच्चायोग में भारत के तिरंगे को नीचे उतारने की कोशिश की थी। उस घटना के बाद खालिस्तानी समर्थकों को करारा जवाब देते हुए भारतीय उच्चायोग ने अपने भवन की छत पर एक अतिरिक्त विशाल तिरंगा फहराया था। वहीं, ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली ने भी कहा था कि भारतीय उच्चायोग में कर्मचारियों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं अस्वीकार्य हैं।
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