पंजाब पुलिस ने ‘वारिस पंजाब दे’ प्रमुख, खालिस्तान समर्थक अलगाववादी अमृतपाल सिंह को भगोड़ा घोषित कर उसकी दो कारों को जब्त किया है। उसके हथियारों की वैधता की जांच कर रही है। शनिवार को दिनभर उसकी गिरफ्तारी को लेकर उहापोह जारी थी। देर रात साफ किया गया कि उसके सात सहयोगियों को हथियारों सहित गिरफ्तार किया गया है, जबकि वह बच निकलने में कामयाब रहा।
बीते कल से ही राज्यभर में उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दी गई है। साथ ही साथ पंजाब में सुरक्षा के मद्देनजर इंटरनेट सेवाएं आज दोपहर तक के लिए बंद की गई हैं। राज्य सरकार और प्रशासन ने अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें। अब तक कुल मिलाकर अमृतपाल से जुड़े 78 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। समूचे राज्य में सुरक्षा बढ़ी दी गई है।
जानिए कौन है अमृतपाल सिंह, जिसने सुलगाई खालिस्तान और अलगाववाद की आग?
उल्लेखनीय है कि दुबई से एक साल पहले लौटा अमृतपाल खालिस्तान समर्थक है लौटने के बाद से लालकिले पर तिरंगे की अवमानना के दोषी दीप सिद्धू के संगठन वारिस पंजाब दे का संचालन कर रहा था। उसकी योजना कुछ दिनों में सिद्धू मूसेवाला की बरसी पर बड़ा कार्यक्रम करने की भी थी। इस तरह वह पंजाब में फिर से खालिस्तानी आंदोलन को हवा दे रहा था। कुछ दिनों पहले उसके एक साथी को छुड़ाने के लिए उसके नेतृत्व में जिस तरह अजनाला पुलिस स्टेशन को घेरा गया था, उससे भी पंजाब पुलिस और सरकार की चिंता बढ़ गई थी।
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