विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चीन पर कोरोना की उत्पत्ति का डेटा छिपाने का आरोप लगाया है। संगठन ने वैज्ञानिक अनुसंधान को रोकने के लिए चीन के अधिकारियों को फटकार भी लगाई है। संगठन ने शुक्रवार को चीन के अधिकारी से तीन साल पहले डेटा का खुलासा नहीं करने के कारणों के बारे में भी पूछा।
एक अमेरिकी अखबार ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। द न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक जब विशेषज्ञों ने अपने चीन के समकक्षों के साथ विश्लेषण पर सहयोग करने का प्रस्ताव रखा तो चीन के वैज्ञानिक डेटाबेस से जीन अनुक्रम हटा चुके थे।
बता दें कि इससे पहले अमेरिकी ऊर्जा विभाग ने दावा किया था कि कोरोना वायरस चीन की एक प्रयोगशाला में जन्मा है। इस संबंध में वॉल स्ट्रीट जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया था कि अमेरिकी ऊर्जा विभाग का निष्कर्ष नई खुफिया जानकारी का परिणाम है। इसे इसलिए भी महत्वपूर्ण बताया गया है क्योंकि एजेंसी के पास काफी वैज्ञानिक विशेषज्ञता है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर पहले भी चीन के ऊपर सवाल उठते रहे हैं। दावा किया जाता रहा है कि चीन की वुहान स्थित एक प्रयोगशाला में कोरोना वायरस बनाया गया था। चीन लगातार इन आरोपों को खारिज कर कहता रहा है कि कोरोना वायरस उसकी लैब में नहीं बना, बल्कि बाहर से आया।
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