मध्यप्रदेश का कुख्यात अपराधी आनंद सागर जौनपुर पुलिस और सतना पुलिस के साथ हुए मुठभेड़ में ढेर हो गया। आनंद सागर पर सतना पुलिस ने 30 हजार का इनाम भी रखा था। पुलिस ने बदमाश के पास से दो पिस्टल और स्विफ्ट डिजायर कार बरामद किया। मुखबिर की सूचना पर एमपी पुलिस और जौनपुर पुलिस ने बक्शा थाना क्षेत्र के अलीगंज हाईवे पर जब आनंद सागर को घेरा तो पुलिस पर फायर कर वो भागने लगा। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से आनंद घायल हो गया। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
आतंक का पर्याय बन चुका सुभाष यादव गैंग का अपराधी आनंद सागर सबसे सक्रिय सदस्य था। दस दिन पहले ही सतना में इस गैंग के द्वारा शराब कंपनी के मुनीब की गोली मारकर हत्या के साथ पंद्रह लाख की डकैती की वारदात को अंजाम दिया गया था। आनंद सागर ने वारदात को अंजाम देने में मुख्य भूमिका निभाई थी।
जौनपुर पुलिस अधीक्षक डॉ अजयपाल शर्मा ने बताया कि मुठभेड़ की कार्रवाई दोनों राज्यों की पुलिस ने संयुक्त रूप से की है। आनंद शातिर किस्म का अपराधी था। पुलिस पर सामने से फायर कर भागने के फिराक में था। इनके गैंग द्वारा जौनपुर, आजमगढ़, वाराणसी और सतना में लगातार संगीन आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा था। सुभाष यादव गैंग से जुड़े अन्य अपराधियों की तलाश भी की जा रही है।
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