नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। नेताओं की कथित जासूसी मामले में सीबीआई ने मनीष सिसोदिया समेत पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। सीबीआई ने यह मुकदमा फीडबैक यूनिट मामले में दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि सीबीआई ने इस केस में सिसोदिया को आरोपी नंबर – 1 बनाया है। उन पर आपराधिक साजिश रचने, संपत्ति का बेइमानी से दुरुपयोग, धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप हैं। शराब नीति घोटाला मामले में मनीष सिसोदिया को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इस समय वह तिहाड़ जेल में बंद हैं।
एफआईआर में आईआरएस अधिकारी सुकेश जैन, सीआईएसएफ के सेवानिवृत्त डीआईजी राकेश कुमार सिन्हा, प्रदीप कुमार पुंज, सीआईएसएफ के पूर्व असिस्टेंट कमांडेंट सतीश क्षेत्रपाल का भी नाम शामिल है। उल्लेखनीय है कि दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने गत दिनों इस मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश की थी।
मनीष सिसोदिया पर विपक्षी नेताओं की जासूसी कराने का आरोप है। इस पर सीबीआई ने बीते दिनों मनीष सिसोदिया और अन्य अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने और जांच की अनुमति मांगी थी।
क्या है मामला
जानकारी के मुताबिक दिल्ली सरकार ने 2015 में फीडबैक यूनिट का गठन किया था, जिसमें 20 अधिकारियों ने काम शुरू किया था। आरोप है कि इस यूनिट ने फरवरी 2016 से सितंबर 2016 तक राजनीतिक विरोधियों की जासूसी की। इस यूनिट ने न सिर्फ बीजेपी के बल्कि आम आदमी पार्टी से जुड़े नेताओं की भी जासूसी की। इसके लिए एलजी से कोई अनुमति नहीं ली गई थी। आरोप है कि यूनिट ने निर्धारित कामों के अलावा भी राजनीतिक खुफिया जानकारी जुटाई।
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