चैत्र नवरात्रि शुरू होने में कुछ ही दिन शेष हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि नवरात्रि और रामनवमी के अवसर पर देवी मंदिरों और शक्तिपीठों में धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। 22 से 30 मार्च तक चैत्र नवरात्रि की इस अवधि में देवी मंदिरों और शक्तिपीठों में दुर्गा सप्तशती का पाठ किया जाएगा। मंदिरों में देवी गीत एवं जागरण का भी आयोजन किया जाएगा। अष्टमी और रामनवमी के अवसर पर प्रमुख शक्तिपीठों में अखंड रामायण का आयोजन होगा। इसके लिए जिला स्तर पर कमेटी का गठन किया जाएगा। कमेटी कलाकारों का चयन करेगी। इस संबंध में दिशा-निर्देश सभी जिलाधिकारियों एवं मंडलायुक्तों को जारी कर दिए गए हैं।
इस आयोजन का आदेश संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने जारी किया है। आदेश में कहा गया है कि अष्टमी और रामनवमी को प्रमुख देवी मंदिरों और शक्तिपीठों में अखंड रामायण का पाठ किया जाएगा। इस तरह के आयोजन का उद्देश्य है कि सामाजिक और राष्ट्रीय मूल्यों का प्रसार किया जा सके। इसके लिए हर जिले में एक आयोजन समिति गठित की जाएगी। मुकेश मेश्राम ने कहा है कि इस तरह के आयोजन पहले भी होते रहे हैं। ऐसा पहली बार नहीं है। इस तरह के आयोजन से स्थानीय स्तर के कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा।
प्रत्येक जिले में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक समिति गठित की जाएगी। यह समिति जनपद में कलाकारों का चयन करेगी। कलाकारों को मानदेय दिया जाएगा। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि बड़ी संख्या में जन भागीदारी हो। आयोजन में जनप्रतिनिधियों को भी बुलाया जाएगा। 21 मार्च तक सभी तैयारियां पूरी करने के लिए कहा गया। आयोजनों के दौरान उसकी फोटोग्राफी कराई जाएगी और उन फोटो को विभाग की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। मंदिरों की जीपीएस लोकेशन भी विभाग के साथ साझा करने के लिए कहा गया है।
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