श्री काशी विश्वनाथ के स्पर्श दर्शन पर टिकट लगाने की अफवाह सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई। मंदिर प्रशासन ने मामले की जांच की तो षड्यंत्र के तहत फर्जी खबरों से छवि को धूमिल करने की बात सामने आई। इस पूरे मामले को लेकर चौक थाने में 8 नामजद और अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के जनसंपर्क अधिकारी अरविंद शुक्ला ने चौक थाने में तहरीर दी है। जिसके आधार पर थाने में मुकदमा भारतीय दंड संहिता की धारा 120 (बी), 153 (ए), 295 व 506 और आईटी एक्ट के तहत दर्ज किया गया है।
सीओ दशाश्वमेध अवधेश पांडेय ने बताया कि मंदिर प्रशासन की ओर से तहरीर के अनुसार 8 लोग नाजमद और एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। तहरीर में अनुसार रंगभरी एकादशी के एक दिन 2 मार्च को अजय शर्मा सहित कई लोग मंदिर में दर्शन करने आए थे। अजय शर्मा ने काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के परिसर में स्थित काउंटर से 500 रुपये दान कर पर्ची कटवाई। उस पर जानबूझकर साजिश के तहत स्पर्श दर्शन लिखवा दिया। इस पर्ची को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। पुलिस ने अजय शर्मा, आशीष धर, आरती अग्रवाल, विक्रम, रति हेगड़े, भवतेश शर्मा और हेमा के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मंदिर और ट्रस्टीगण की छवि को धूमिल करने की साजिश रची गयी। बाबा विश्वनाथ में आस्था रखने वाले भक्तों को इससे काफी आघात पहुंचा। भारत के कोने-कोने में स्पर्श दर्शन को लेकर चर्चा होती रही। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि ऐसी कोई भी व्यवस्था काशी विश्वनाथ मंदिर में लागू नहीं की गई है। भ्रामक खबरों को प्रचारित किया गया है। मंदिर से जुड़ा निर्णय श्रद्धालुओं के हित को ध्यान में रखकर ही लिया जाता है।
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