शी जिनपिंग का और चलेगा राज, संसद ने दी हरी झंडी
Tuesday, May 30, 2023
  • Circulation
  • Advertise
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • राज्य
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
    • ऑटो
    • जीवनशैली
    • पर्यावरण
    • Podcast Series
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • राज्य
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
    • ऑटो
    • जीवनशैली
    • पर्यावरण
    • Podcast Series
No Result
View All Result
Panchjanya
No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • G20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • My States
  • Vocal4Local
  • Subscribe
होम विश्व

शी जिनपिंग का और चलेगा राज, संसद ने दी हरी झंडी

जिनपिंग के पीछे खड़ी पूरी पार्टी मानती है कि आगामी वर्षों में वे ही हैं जो कम्युनिस्ट चीन को दुनिया में सबसे आगे ले जा सकते हैं

WEB DESK by WEB DESK
Mar 11, 2023, 04:41 pm IST
in विश्व
चीनी संसद ने जिनपिंग के तीसरे कार्यकाल को ​हरी झंडी दिखाई

चीनी संसद ने जिनपिंग के तीसरे कार्यकाल को ​हरी झंडी दिखाई

Share on FacebookShare on TwitterTelegramEmail

यह पहले से तय ही था कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग तीसरी बार देश के राष्ट्रपति बनेंगे। कम्युनिस्ट पार्टी के पिछले अधिवेशन में ही सारे कामरेडों ने हां में सिर हिला ही दिया था। इसलिए दुनिया भर के विशेषज्ञों को कल इस घोषणा को लेकर कोई बहुत आश्चर्य जैसा नहीं हुआ। शी से पहले कम्युनिस्ट पार्टी आफ चाइना के अगुआ माओ त्से तुंग (माओ) ही एकमात्र नेता थे जो 10 साल से ज्यादा समय के लिए चीन में सर्वोच्च नेता बने रहे थे। उनके पास 1949 से 1976 तक देश की कमान रही थी। दरअसल आधुनिक चीन का उन्हें ही निर्माता माना जाता है।

शी को राष्ट्रपति पद पर आए 10 साल बीत चुके हैं और अब अगले पांच साल तक चीन का नेतृत्व करते रहने वाले हैं। उनका यूं तीसरी बार कम्युनिस्ट चीन का राष्ट्रपति चुना जाना वहां की राजनीति में कई वर्षों के बाद हुआ है। वही एकमात्र नेता हैं जो अब लगातार तीसरा कार्यकाल संभालने वाले हैं।

सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के शीर्ष नेता जिनपिंग के पीछे खड़ी पूरी पार्टी मानती है कि आगामी वर्षों में वे ही हैं जो कम्युनिस्ट चीन को दुनिया में सबसे आगे ले जा सकते हैं। उनका तीसरी बार चुना जाना देश में कई सामाजिक, राजनीतिक और सामरिक आयामों को देखते हुए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

चीन में सत्ता की बागडोर आज वहां की कम्युनिस्ट पार्टी के इशारों पर तय होती है। पार्टी पर शी जिनपिंग की अभूतपूर्व पकड़ है। ये जिनपिंग ही हैं जिन्होंने पार्टी के इस कायदे को पलटकर रख दिया था कि कोई भी नेता 10 साल से ज्यादा वक्त के लिए राष्ट्रपति बना नहीं रह सकता।

कम्युनिस्ट पार्टी के 2012 में हुए अधिवेशन के बाद यही शी जिनपिंग तत्कालीन नेता हु जिंताओ की जगह चीन के नेता बने थे। जिंताओ 2002 से 2012 तक चीन के राष्ट्रपति थे। वे एक कद्दावर नेता थे लेकिन जिनपिंग ने 2012 के बाद उनकी एक न चलने दी थी।

अंतरराष्ट्रीय मंचों पर राष्ट्रपति जिनपिंग का रवैया हावी होने वाला रहा है। तिब्बत, हांगकांग, ताइवान और सिंक्यांग के लिए दुनिया चीन की सत्ता को जितना भी कोस ले, उसे फर्क नहीं पड़ रहा। ताईवान को लेकर तो वह अमेरिका से हर वक्त भिड़ने की मुद्रा ही दर्शाता आया है। इस संदर्भ में चीनी विदेश विभाग की उक्ति दुनिया ने सुनी कि ‘जो आग से खेलेगा जल जाएगा’।

नेशनल पीपुल्स कांग्रेस यानी 3000 सदस्यों वाली चीनी संसद ने कल यानी 10 मार्च को अपनी 14वीं बैठक में जिनपिंग के तीसरे कार्यकाल को ​हरी झंडी दिखाई। जैसा पहले बताया, इसका रास्ता तो शी जिनपिंग ने 2018 में हुए अधिवेशन में ही साफ कर दिया था। पार्टी के संविधान में किसी के राष्ट्रपति बने रहने की समयसीमा को खत्म कर दिया गया था। यानी शी ने पक्का कर लिया था कि वे चाहें तो उम्र भर राष्ट्रपति बने रह सकते हैं।

पिछले साल अपनी सेना को संबोधित करते हुए जिनपिंग ने अपना ध्येय स्पष्ट कर दिया था—दुनियाभर में चीन को सबसे आगे ला खड़ा करना। फिलहाल अमेरिका दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था माना जाता है। लेकिन चीन की इस दृष्टि से बढ़ती आक्रामकता को देखते हुए अमेरिका भी चिंता में है। अपनी ‘वन चाइना’ नीति को बार—बार दोहराकर जिनपिंग ने अपने विस्तारवादी मंसूबे भी कभी छिपाए नहीं हैं। ताकत के विस्तार में भी वह बढ़—चढ़कर दिलचस्पी लेते हैं। सेना का बजट इस साल लगातार 8वीं बार बढ़ाया ही गया है।

अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी राष्ट्रपति जिनपिंग का रवैया हावी होने वाला रहा है। तिब्बत, हांगकांग, ताइवान और सिंक्यांग के लिए दुनिया चीन की सत्ता को जितना भी कोस ले, उसे फर्क नहीं पड़ रहा। ताईवान को लेकर तो वह अमेरिका से हर वक्त भिड़ने की मुद्रा ही दर्शाता आया है। इस संदर्भ में चीनी विदेश विभाग की उक्ति दुनिया ने सुनी कि ‘जो आग से खेलेगा जल जाएगा’।

भारत के साथ चीन का बेवजह का खड़ा किया सीमा विवाद भी इसी विस्तावादी मानसिकता की झलक देता है। तिब्बत को निगल चुके चीन की दृष्टि भारत के लद्दाख और अरुणाचल के सीमाई इलाकों पर है, यह कोई छुपा तथ्य नहीं है। नेपाल के कई सीमावर्ती गांवों में उसने अपने लोगों को पक्के मकान बनाकर बसा रखा है।

Topics: Chinaजिनपिंगकम्युनिस्टxiवन चाइनाचीनnpcअमेरिकाcomradePresidentcommunistpartcpcmaobeijingjinpingpla
ShareTweetSendShareSend
Previous News

पहले देखी वस्त्रों की प्रर्दशनी, फिर चखा घर में बने व्यंजनों का स्वाद

Next News

खो गए चिप्स, अटक गईं कारें

संबंधित समाचार

अमेरिका की सैन्य चौकी पर चीनी हैकरों की नजर!

अमेरिका की सैन्य चौकी पर चीनी हैकरों की नजर!

7 साल में 8 लाख से 4 लाख हुए चीनी गधे!

7 साल में 8 लाख से 4 लाख हुए चीनी गधे!

उत्तराखंड से सटी LAC के पास चीन ने बनाए अपने ‘गांव’! पूर्वी सेक्टर में 400 गांव बसाने का षड्यंत्र उजागर

उत्तराखंड से सटी LAC के पास चीन ने बनाए अपने ‘गांव’! पूर्वी सेक्टर में 400 गांव बसाने का षड्यंत्र उजागर

चीन में क्या करने गए हैं नेपाली माओवादी?

चीन में क्या करने गए हैं नेपाली माओवादी?

अतीक-अशरफ हत्याकांड : सुप्रीम कोर्ट पहुंची उप्र सरकार, कहा- हमारा पक्ष भी सुना जाए

नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से कराने की याचिका खारिज, सुप्रीम कोर्ट ने कहा- पता है ये याचिका क्यों दायर हुई

संसद भवन समारोह के बहिष्कार से संवैधानिक मूल्यों का हो रहा अपमान: राजग

संसद भवन समारोह के बहिष्कार से संवैधानिक मूल्यों का हो रहा अपमान: राजग

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पंजाब कांग्रेस ने केजरीवाल का साथ देने से किया इंकार

पंजाब कांग्रेस ने केजरीवाल का साथ देने से किया इंकार

नई इमारत नई इबारत

राजनीति या कुंठा!

गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

Iran: क्या सूली पर टांगी जाएंगी नीलोफर और मोहम्मदी? महसा अमीनी की खबर की थी ‘ब्रेक’

Iran: क्या सूली पर टांगी जाएंगी नीलोफर और मोहम्मदी? महसा अमीनी की खबर की थी ‘ब्रेक’

रामायण, महाभारत में जाति का कहीं उल्लेख नहीं : यतींद्र आनंद महाराज

रामायण, महाभारत में जाति का कहीं उल्लेख नहीं : यतींद्र आनंद महाराज

साक्षी हत्याकांड : खुद को सन्नी बताता था मोहम्मद साहिल, सच्चाई जान गई थी साक्षी

साक्षी हत्याकांड : खुद को सन्नी बताता था मोहम्मद साहिल, सच्चाई जान गई थी साक्षी

जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर खाई में गिरी बस, 10 की मौत, 55 घायल

जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर खाई में गिरी बस, 10 की मौत, 55 घायल

बरेली की ट्रिपल तलाक पीड़िता ने कार्रवाई के लिए पुलिस में दस्तक दी है, उसका कहना है कि जेठ उसके साथ हलाला कर चुका है और अब दूसरे लोगों के साथ भी हलाला होने को मजबूर कर रहा है।

जेठ हलाला कर चुका, ससुर-ननदोई भी जुल्म पर आमादा, बरेली की ट्रिपल तलाक पीड़िता का दर्द

”लादेन जैसा यासीन मलिक”,दिल्ली हाई कोर्ट में NIA ने की फांसी की मांग

”लादेन जैसा यासीन मलिक”,दिल्ली हाई कोर्ट में NIA ने की फांसी की मांग

हाजी आरिफ के कब्जे में थी सिंचाई विभाग की जमीन, प्रशासन ने की कुर्क

हाजी आरिफ के कब्जे में थी सिंचाई विभाग की जमीन, प्रशासन ने की कुर्क

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • राज्य
  • Vocal4Local
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • जीवनशैली
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • संविधान
  • पर्यावरण
  • ऑटो
  • लव जिहाद
  • श्रद्धांजलि
  • Subscribe
  • About Us
  • Contact Us
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies