यूपी के बरेली में समाजवादी पार्टी का क्रिमिनल कनेक्शन सामने आने से राजनैतिक हंगामा खड़ा हो गया है। सपा से मेयर की दावेदारी करने वाला पार्टी नेता मोहम्मद रजा उर्फ लल्ला गद्दी माफिया अतीक गैंग का गुर्गा निकला है। अपराधी लल्ला गद्दी का नाम बरेली जेल में बंद माफिया अतीक के भाई अरशद के बड़े मददगार के रूप में सामने आया है। गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज होने के बाद से सपा नेता फरार है। लल्ला गद्दी पिछला बरेली मेयर चुनाव मौलाना तौकीर रजा खां की पार्टी आईएमसी से लड़ा था और अभी वह समाजवादी राजनीति में सक्रिय होने के साथ बरेली से मेयर टिकट का दावेदार है।
बरेली पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि दो साल पहले मौलाना अतीक के भाई अरशद के बरेली जेल में शिफ्ट होने के बाद सपा नेता लल्ला गद्दी ने माफिया गैंग के लिए बरेली में जमीन तैयार करने का काम किया था। बरेली जेल में बंद रहते हुए कई तरह के आपराधिक षडयंत्र रचने को अरशद ने अपने साले सद्दाम और नौकर अफसर को बरेली में किराए का मकान दिलवाया, तो बरेली के अपराधी सपा नेता मोहम्मद रजा उर्फ लल्ला गद्दी ने हर तरह से मदद की थी। लोकल प्रभाव का इस्तेमाल कर लल्ला गद्दी ने बरेली जेल के बंदीरक्षक शिवहरि अवस्थी और कैंटीन सप्लायर नन्हे उर्फ दयाराम को अतीक गैंग से जुड़वा दिया। इसके बाद लल्ला गद्दी और सद्दाम ने बंदीरक्षक शिवहरि की मदद से माफिया गैंग के गु्र्गों के जेल में लगार बगैर पर्ची के अरशद से मुलाकातें कराईं। माफिया गैंग की गतिविधियों का भेद न खुले, इसके लिए अरशद के साले सद्दाम को बरेली की मुस्लिम आबादी वाली फाइक एन्क्लेव कालोनी में फर्जी नाम से रैंट एग्रीमेंट तैयार कर किराए का मकान दिलवा दिया गया था। बरेली का सपा नेता लल्ला गद्दी पूरे खेल में माफिया अतीक गैंग का साथ निभाता रहा और पैसा व पावर से अरशद के पास जेल के अंदर भी हर इंतजाम कराता रहा।
पिछले दिनों प्रयागराज में माफिया अतीक गैंग के शूटरों ने विधायक राजूपाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल एडवोकेट के साथ उनके दो गनर को गोलियों से भून दिया, तो पुलिस व एसटीएफ की जांच में छानबीन में साजिश के तार बरेली जेल से जुड़ने की जानकारी हुई थी। इस दिशा में जांच तेज हुई तो बरेली जेल में बंद अरशद, उसके साले सद्दाम और साथी सपा नेता लल्ला गद्दी का भांडा फूट गया। बरेली पुलिस ने माफिया अतीक गैंग के मददगार बरेली जेल के बंदीरक्षक शिवहिर, कैंटीन सप्लायर नन्हे उर्फ दयाराम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
आपराधिक षडयंत्र मामले में पुलिस ने बरेली के थाना बिथरी में जेल में बंद अरशद के साथ उसके साले सद्दाम, साथी सपा नेता लल्ला गद्दी, बंदी रक्षक शिवहरि, कैंटीन सप्लायर नन्हे उर्फ दयाराम के खिलाफ 7 क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट सहित कई गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। लल्ला गद्दी और अरशद उसके बाद से फरार हैं। पुलिस टीमें लल्ला गद्दी की तलाश में ताबड़तोड़ दबिशें दे रही हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बरेली में थाना बारादरी क्षेत्र के चक नवादा मोहल्ले के रहने वाले मोहम्मद रजा उर्फ लल्ला गद्दी के साथ उसके रैकेट में मोहल्ले के कई और अपराधी लोग शामिल बताए जाते हैं। पुलिस की छानबीन में ये जानकारी सामने आई है कि माफिया अतीक गैंग के गुर्गों के लिए बरेली में रुकने के लिए लल्ला गद्दी अपने मोहल्ले चक नवादा में भी इंतजाम कराता था। जमीनों पर अवैध कब्जे, सट्टेबाजी, हत्या जैसे गंभीर अपराधों में लल्ला गद्दी और उसके साथियों का नाम आता रहा है। इन लोगों ने अवैध रूप से काफी संपत्तियां भी जुटाई हैं, जिनकी सूची पुलिस तैयार करने में लगी है।
यहां बता दें कि अपने गुनाह छिपाने को मोहम्मद रजा उर्फ लल्ला गद्दी राजनीति में सक्रिय रहता है। 2017 बरेली मेयर चुनाव मौलाना तौकीर रजा खां की पार्टी आईएमसी की टिकट पर लड़ा था, जिसमें वह महज 5689 वोटों पर सिमट गया था। बाद में उसने समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर ली थी और सपा की राजनीति में सक्रिय देखा जाता है। पिछले समय में जब मेयर चुनाव की गतिविधियां चल रही थीं, तो लल्ला गद्दी ने सपा कार्यालय में विधिवत मेयर की टिकट के लिए आवेदन किया था। फिलहाल पुलिस को माफिया अतीक गैंग के मददगार मोहम्मद रजा उर्फ लल्ला गद्दी की सरगर्मी से तलाश है।
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