अमदाबाद। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया और भारत सरकार ने शिक्षा योग्यता मान्यता को अंतिम रूप दे दिया है। इसके तहत भारत की डिग्री ऑस्ट्रेलिया में और वहां की डिग्री भारत में मान्य होगी। ऑस्ट्रेलिया का डीकिन विश्वविद्यालय गुजरात के गांधीनगर की गिफ्ट सिटी में एक अंतरराष्ट्रीय कैंपस स्थापित करेगा।
एंथनी अल्बनीस अमदाबाद में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने शिक्षा योग्यता को लेकर एक नए मैकेनिज्म को अंतिम रूप दे दिया है। इसका मतलब है कि यदि आप भारतीय छात्र हैं और ऑस्ट्रेलिया में पढ़ रहे हैं या अध्ययन कर चुके हैं, तो घर लौटने पर आपकी डिग्री को मान्यता दी जाएगी। इसी तरह भारत की डिग्री ऑस्ट्रेलिया में भी वैध होगी। प्रधानमंत्री अल्बनीस ने कहा कि छात्रों को स्कॉलरशिप भी दी जाएगी। प्रधानमंत्री ने उन भारतीय छात्रों के लिए एक नई छात्रवृत्ति की भी घोषणा की जो ऑस्ट्रेलिया में अध्ययन करना चाहते हैं। छात्रवृत्ति व्यापक मैत्री कार्यक्रम का हिस्सा है, जो ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच सांस्कृतिक, शैक्षिक और सामुदायिक संबंधों को बढ़ावा देना चाहता है।
अल्बनीस ने कहा कि यह किसी भी देश के साथ भारत द्वारा स्वीकृत सबसे व्यापक और महत्वाकांक्षी व्यवस्था है। इसने भारतीय छात्रों को नवीन और अधिक सुलभ शिक्षा प्रदान करने के लिए ऑस्ट्रेलियाई शिक्षा प्रदाताओं के लिए व्यावसायिक अवसरों का मार्ग प्रशस्त होगा। अल्बनीस ने घोषणा की कि ऑस्ट्रेलिया का डीकिन विश्वविद्यालय यहां गुजरात के गांधीनगर के गिफ्ट सिटी में एक अंतरराष्ट्रीय कैंपस स्थापित करेगा। इस मौके पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और राज्यपाल आचार्य देवव्रत भी मौजूद थे।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस बुधवार शाम 4 बजे विशेष विमान से चार दिवसीय यात्रा पर अमदाबाद पहुंचे। हवाई अड्डे पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, मंत्री जगदीश विश्वकर्मा और अहमदाबाद मेयर ने उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस अहमदाबाद हवाईअड्डे से सीधे साबरमती आश्रम गए, जहां उन्होंने महात्मा गांधी की प्रतिमा को पुष्पांजलि अर्पित की। अल्बनीस ने राजभवन में होली उत्सव में भाग लिया और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और आचार्य देवव्रत को रंग लगाया।
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