चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ गुरुवार को उस समय अपना आपा खो गए जब सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास सिंह से उनकी मेंशनिंग के दौरान गर्मागर्म बहस हो गई। विकास सिंह इस बात पर नाराज थे कि सुप्रीम कोर्ट को मिली 1.33 एकड़ जमीन वकीलों को चैंबर के लिए देने की अनुमति की मांग पर सुनवाई नहीं हो रही है।
मेंशनिंग के दौरान विकास सिंह ने कहा कि पिछले छह बार से ये मामला लिस्ट नहीं किया गया है। ये मामला वकीलों के जीवनयापन से जुड़ा हुआ है। विकास सिंह ने कहा कि हम जजों के आवास पर नहीं आना चाहते हैं। इस पर चीफ जस्टिस भड़क गए और उन्होंने कहा कि ये बात करने का सही तरीका नहीं है। हम इस तरह किसी के सामने नहीं झुका सकते हैं। तब विकास सिंह ने कहा कि वकील पिछले बीस साल से चैंबर अलाट होने आ इंतजार कर रहे हैं, लेकिन कोर्ट मेंशनिंग के बाद भी सुनवाई के लिए लिस्ट नहीं कर रही है। तब चीफ जस्टिस ने कहा कि ऊंची आवाज में बात मत कीजिए। ये सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष की तरह का आचरण नहीं है। हम फैसला कर चुके हैं। हम 17 मार्च को सुनवाई कर सकते हैं।
चीफ जस्टिस और विकास सिंह के बीच गर्म माहौल को देखते हुए वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने बीच बचाव करते हुए कहा कि बार की तरफ से ऐसा नहीं होना चाहिए था। इसके पहले भी विकास सिंह और चीफ जस्टिस के बीच गर्मागर्म बहस हो चुकी है।
टिप्पणियाँ