भारत के सीमा सुरक्षा बल ने चीन और पाकिस्तान की साझा साजिश का खुलासा करते हुए एक हैरान करने वाली रिपोर्ट सामने रखी है। विस्तृत जांच के बाद बताया गया है कि भारत के पंजाब और राजस्थान में उड़ान भरने वाले पाकिस्तानी ड्रोन असल में चीन द्वारा संभवत: भारत में अराजकता फैालने के उद्देश्य से पाकिस्तान को दिए गए थे। भारत में सुरक्षा बलों द्वारा मार गिराए गए ये ड्रोन न सिर्फ चीन में बनकर तैयार हुए थे बल्कि ये वहां पहले उड़ान भी भर चुके थे।
उल्लेखनीय है कि अमृतसर क्षेत्र में पिछले साल के अंत में 25 दिसंबर के दिन एक ड्रोन दिखने की जानकारी मिली थी। बीएसएफ के दस्तों ने फौरन हरकत में आते हुए उस ड्रोन को मार गिराया था। बीएसएफ के अनुसार, वही ड्रोन पहले भी कई जगहों पर मंडराता देखा गया था।
उस ड्रोन की विस्तृत फोरेंसिक जांच की गई जिससे खुलासा हुआ है कि भारत में इसके जरिए मादक पदार्थ और हथियार भेजने की पाकिस्तान की असफल साजिश से पहले यह चीन के कुछ इलाकों में उड़ाकर देखा गया था। वहां से इसे पाकिस्तान में भेजा गया और पाकिस्तान में भी ये पहले उड़ान भर चुका था।
बीएसएफ के एक बड़े अफसर के अनुसार, कल पेश की गई रिपोर्ट उसी जांच के अंतर्गत हुए विश्लेषण के आधार पर तैयार की गई है, जो 25 दिसंबर 2022 में गिराए गए ड्रोन से जुड़ी है। पता चले तथ्यों के अनुसार, वह ड्रोन पाकिस्तान की ओर से उड़ान भरकर भारत में भेजा गया था। वक्त रहते अंतरराष्ट्रीय सीमा पर निगरानी कर रहे बीएसएफ के सतर्क जवानों ने उसे नेस्तोनाबूद कर दिया था। रिपोर्ट में उल्लेख है कि ड्रोन पर चीन और पाकिस्तान में उडान भरने के सबूत मौजूद थे।
फोरेंसिक रिपोर्ट से यह बात भी सामने आई है कि वह ड्रोन पिछले साल 11 जून को चीन के शंघाई प्रांत में फेंग जियान जिले में उड़ान भर चुका था। इसके बाद वही ड्रोन 24 सितंबर और 25 दिसंबर के बीच पाकिस्तानी पंजाब में खानेवाल से 28 उड़ाने भर चुका था।
ड्रोन की इस अपने में अनोखी फोरेंसिक जांच को पूरा करने में दो महीने का समय लगा है। वह ड्रोन क्वाडकॉप्टर था। यह ड्रोन ‘अपना काम’ करके वापस पाकिस्तान लौटता, उससे पहले ही बहादुर भारतीय जवानों ने गोलियां दागकर उसे धराशायी कर दिया था और तत्काल फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया था।
फोरेंसिक रिपोर्ट से यह बात भी सामने आई है कि वह ड्रोन पिछले साल 11 जून को चीन के शंघाई प्रांत में फेंग जियान जिले में उड़ान भर चुका था। इसके बाद वही ड्रोन 24 सितंबर और 25 दिसंबर के बीच पाकिस्तानी पंजाब में खानेवाल से 28 उड़ाने भर चुका था।
ड्रोन की इस फोरेंसिक जांच के आदेश बीएसएफ के तत्कालीन महानिदेशक पंकज कुमार सिंह ने दिए थे। सिर्फ यही नहीं, इसके बाद बीएसएफ द्वारा मार गिराए गए हर ड्रोन की जांच की जा रही है। माना जा रहा है, इन जांचों से पाकिस्तान और उसके आका चीन की साझा भारत विरोधी हरकतों का और खुलासा हो जाएगा।
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