नेपाल की राजधानी काठमांडू में दर्जनों नाबालिग लड़कियों को अपनी हवस का शिकार बनाने वाले चीनी नागरिक यांग की आपराधिक दुनिया से पर्दा उठना शुरू हो गया है। पुलिस की अब तक की जांच पड़ताल में पता चला है कि उसने जिन लड़कियों को अपनी हवस का शिकार बनाया है, उनमें ज्यादातर स्कूली छात्राएं हैं।
बुंगमती, नेपाल की राजधानी काठमांडू के केंद्र से 10 किमी दक्षिण में ललितपुर में स्थित एक एकांत स्थान है। चीनी नागरिक यांग लिम्पिंग का प्रीफैब उद्योग यहाँ पर संचालित है। उद्योग के गेट से लेकर कहीं भी साइन बोर्ड नहीं है। हालांकि, इस उद्योग परिसर के अंदर यांग नाबालिगों का यौन शोषण करता था। पता चला है कि उनकी उम्र 13 से 17 साल के बीच है।
ललितपुर पुलिस के एसपी प्रवीण पोखरेल ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि यांग ने सुनियोजित तरीके से बुंगमती में एक सुनसान जगह के परिसर के अंदर ले जाकर नाबालिगों का यौन शोषण किया था। उन्होंने कहा, ”यांग काठमांडू के बाहर नाबालिगों को पैसे का लालच देकर और मौज-मस्ती की जगहों पर ले जाकर लूटपाट और यौन शोषण करता था।”
25 फरवरी को उसकी गिरफ्तारी के बाद, जांच के दौरान यह पता चला है कि यांग को कुछ अन्य महिलाओं द्वारा सहायता प्रदान की गई थी। प्रवक्ता पोखरेल ने कहा कि यांग ने नाबालिगों को बुंगमती स्थित अपने घर और थमेल के होटल में एक चैनल के जरिए एक-दूसरे से संपर्क कर रखा था।
यांग को कैसे गिरफ्तार किया गया
पूर्वी नेपाल के झापा से 13 वर्षीय एक नाबालिग के लापता होने के बाद उसके परिजनों ने उसकी तलाश में नेपाल पुलिस की सीआईबी का दरवाजा खटखटाया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो उसके होश उड़ गए। शुरुआत में पुलिस को लगा कि केवल दो या चार नाबालिगों का शोषण हो रहा है लेकिन पीड़ितों के बयानों के आधार पर उन्होंने एक दर्जन से अधिक पीड़ितों को ढूंढ निकाला है। पुलिस ने खुलासा किया कि 25 वर्षीय एक महिला से भी पूछताछ की जा रही है।
चीनी नागरिकों ने कोका न्यू प्यूरी एंड मैट्रेस कंपनी लिमिटेड को पंजीकृत किया है और इसे संचालन में लाया है। वह उस परिसर के अंदर भी यौन शोषण की गतिविधियां कर रहा था। एसपी प्रवीण पोखरेल ने बताया कि नेपाल के पर्यटन स्थल थमेल के एक होटल में उसके यौन शोषण का एक और ठिकाना था। यांग पीड़ितों को पैसे देता था, यहां तक कि उन्हें मनोरंजन के लिए नाइटक्लब और डिस्को में भी लाता था। ये नाबालिगों से सोशल मीडिया के जरिए संपर्क कर फंसाता था।
हाल के दिनों में नेपाल में चीनी नागरिकों द्वारा संगठित यौन शोषण के मामले सामने आए हैं। एसपी पोखरेल ने बताया कि वे विशेष रूप से साइबर अपराध, सोने की तस्करी, डॉलर तस्करी जैसे संगठित अपराध में शामिल हैं। यह समझा जाता है कि चीनी आपराधिक गिरोहों के संरक्षण के लिए केवल एक शक्ति की आवश्यकता होती है। ये पैसे की ताकत दिखाकर अपराध की दुनिया का विस्तार करने की कोशिश कर रहे हैं।
सौजन्य – सिंडिकेट फीड
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