झारखंड सरकार में कांग्रेस भी शामिल है, लेकिन उसके कई नेता कहने लगे हैं कि वर्तमान राज्य सरकार से अच्छी तो रघुवर दास के नेतृत्व में रही भाजपा सरकार थी।
झारखंड में अपराध इस कदर बढ़ रहा है कि सरकार में बैठे नेता भी मानने लगे हैं कि राज्य सरकार इस पर लगाम लगाने में विफल रही है। ताजा बयान वरिष्ठ कांग्रेसी नेता यांगेंद्र साव का है। बता दें किे योगेंद्र साव भी विधायक रहे हैं और इस समय उनकी बेटी अंबा प्रसाद बड़कागांव से विधायक हैं। इसलिए लोग योगेंद्र साव के बयान को हल्के में नहीं ले रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों रामगढ़ जिले के भुरकुंडा थाना क्षेत्र की सौंदा बस्ती स्थित पेट्रोल पंप के समीप कुछ अज्ञात अपराधियों ने बड़कागांव विधायक के प्रतिनिधि वितका बाउरी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जानकारी के अनुसार वितका बाउरी पेट्रोल पंप के निकट बैठे हुए थे। इसी बीच एक मोटरसाइकिल पर पतरातू के तरफ से तीन अपराधी पहुंचे। अपराधियों ने पहले विधायक प्रतिनिधि को एक गोली मारी। गोली लगते ही वे जमीन पर गिर पड़े। इसके बाद उन पर गोलियों की बरसात कर दी गई।
इस घटना की सूचना मिलते ही विधायक अंबा प्रसाद और उनके पिता योगेंद्र साव घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने स्थानीय पुलिस प्रशासन के साथ-साथ हेमंत सोरेन सरकार पर निशाना साधा। योगेंद्र साव ने यहां तक कह दिया कि हेमंत सोरेन सरकार से बेहतर तो रघुवर दास की सरकार थी। उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड सरकार में अपराध चरम पर है। साथ ही लूट और भ्रष्टाचार भी बढ़ता जा रहा है। इस दौरान विधायक अंबा प्रसाद ने भी सरकार और पुलिस प्रशासन को घेरते हुए अपने समर्थकों के साथ विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने वहां मौजूद अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी डॉ वीरेंद्र कुमार चौधरी को भी खरी-खोटी सुनाई।
अब एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। इसमें अंबिका प्रसाद और योगेंद्र साव यह कहते नजर आ रहे हैं कि रामगढ़ में घूसखोरी का खेल खुलेआम चल रहा है। अपराधियों के साथ पुलिस वालों की सांठगांठ है। इस कारण अपराध पर लगाम नहीं लग पा रही है।
इस वीडियो पर भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने हेमंत सोरेन के कार्यकाल पर तंज कसते हुए कहा कि झारखंड की कानून— व्यवस्था रसातल पर है। सत्तारूढ़ पार्टी की एक विधायक के प्रतिनिधि की हत्या होने के बाद खुद विधायक को कहना पड़ रहा है कि कोई कार्रवाई नहीं होने वाली है। सभी पुलिस वालों का कमीशन बंधा हुआ है, ऐसे में कुछ और बताने की जरूरत नहीं रह जाती।
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
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