लेफ्टिनेंट जनरल आरएस रीन को क्वालिटी एश्योरेंस का नया डायरेक्टर जनरल (डीजीक्यूए) नियुक्त किया गया है। वह अभी तक डिफेंस इंस्टीट्यूट ऑफ क्वालिटी एश्योरेंस, बेंगलुरु में सीनियर फैकल्टी थे। तीनों सेनाओं के लिए खरीदी जाने वाली स्वदेशी या विदेशी वस्तुओं की गुणवत्ता परखने की जिम्मेदारी संभालने वाले इस संस्थान का कार्यभार लेफ्टिनेंट जनरल रीन ने संभाल लिया है।
भारतीय सेनाओं के लिए हथियार से लेकर गोला-बारूद, टैंक से लेकर वेदर क्लोदिंग तक की खरीद से पहले गुणवत्ता जांचने की जिम्मेदारी डायरेक्टर जनरल ऑफ क्वालिटी एश्योरेंस (डीजीक्यूए) की होती है। डीजीक्यूए का पद रक्षा मंत्रालय के डिफेंस प्रोडक्शन डिपार्टमेंट के तहत आता है। यह संस्थान भारतीय सेना, भारतीय नौसेना (नौसेना आयुध को छोड़ कर) और भारतीय वायु सेना के लिए निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों से खरीदी जाने वाली आयातित या स्वदेशी वस्तुओं की गुणवत्ता के लिए जिम्मेदार है।
डीजीक्यूए के पद पर कार्यभार संभालने वाले 1986 बैच के लेफ्टिनेंट जनरल रीन भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, श्रीनगर से बीई (इलेक्ट्रिकल), रेडियो इंजीनियरिंग में विशेषज्ञता और एमसी ईएमई, सिकंदराबाद से संचार इंजीनियरिंग में स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की थी। इसके अलावा वह भारतीय सांख्यिकी संस्थान, कोलकाता से प्रमाणित सिक्स सिग्मा ब्लैक बेल्ट हैं।
उन्होंने आईआईटी, खड़गपुर से रिलायबिलिटी इंजीनियरिंग में सर्टिफिकेट लिया है। वह ब्यूरो वेरिटास, बेंगलुरु से गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली और एकीकृत प्रबंधन प्रणाली में योग्य लीड ऑडिटर हैं। उन्होंने वरिष्ठ गुणवत्ता आश्वासन प्रतिष्ठान का नेतृत्व किया है। वह गुणवत्ता आश्वासन महानिदेशालय के मुख्यालय में ब्रिगेडियर और सिकंदराबाद में नियंत्रक (मिसाइल सिस्टम) थे। उन्होंने मुख्यालय डीजीक्यूए, नई दिल्ली में अतिरिक्त महानिदेशक (इलेक्ट्रॉनिक्स) के रूप में डीक्यूए (एल) का नेतृत्व किया है।
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