अमृतसर। पंजाब में एक तरफ मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान आज मोहाली में सम्मेलन कर निवेशकों को पंजाब में निवेश के लिए आमन्त्रित कर रहे हैं तो दूसरी ओर खालिस्तान समर्थकों ने राज्य की कानून व्यवस्था की पोल खोल दी। गुरुवार को अजनाला में अलगाववादी नेता अमृतपाल के सैकड़ों हथियारबंद समर्थकों ने अजनाला थाने पर धावा बोल दिया। पुलिस के साथ कई जगह टकराव हुआ। मीडिया में इस टकराव में कुछ लोगों के घायल होने की बात कही जा रही है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। हंगामे के दौरान अमृतपाल भी अजनाला थाने में पहुंचा। यहां उसकी एसएसपी सतिंदर सिंह के साथ मीटिंग हुई। जिसके बाद पुलिस को तूफान सिंह को छोडऩे के लिए एक घंटे का अल्टीमेटम दिया गया। इस दौरान समर्थक थाने के बाहर ही डटे हुए हैं।
खालिस्तान समर्थक संगठन वारिस पंजाब दे के मुखी अमृतपाल सिंह के साथी को रिहा करने की मांग को लेकर स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। अमृतपाल के समर्थकों ने पुलिस का सुरक्षा घेरा तोड़ककर अजनाला थाने में खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए। अमृतपाल सिंह के एक साथी को रिहा करवाने की मांग को लेकर समर्थक अजनाला में एकत्रित हुए। उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेड भी लगाए, लेकिन हिंसक भीड़ बैरिकेड तोड़ते हुए आगे बढ़ गई। अमृतपाल के समर्थकों को रोकने के लिए पुलिस ने थाने से करीब 500 मीटर एरिया को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया। इसके बावजूद पुलिस हिंसक भीड़ के सामने बेबस दिखाई दी।
अमृतसर के अजनाला पुलिस थाने में अमृतपाल, उसके साथी तूफान सिंह समेत 30 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज है। इन लोगों ने अमृतपाल के खिलाफ सोशल मीडिया पर टिप्पणी करने वाले एक युवक को अपहरण करने के बाद उसे बुरी तरह पीटा था। इसी केस में पुलिस ने अमृतपाल के साथी तूफान सिंह को गिरफ्तार किया था। इससे अमृतपाल भडक़ गया और उसने गुरुवार को अमृतसर में अजनाला पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन करते हुए गिरफ्तारी देने की घोषणा की थी। दो दिन पहले अमृतपाल ने मोगा में एक कार्यक्रम में कहा था कि गृहमंत्री अमित शाह व केन्द्रीय एजेंसियां उसे मरवाना चाहती हैं परन्तु बाद में वह अपने इस बयान से पलट गया था।
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