देहरादून। सीरिया और तुर्की की तरह उत्तराखंड के हिमालय क्षेत्र में भी तेज भूकंप आने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि इस आशंका को लेकर भू गर्भ वैज्ञानिकों के दो मत हैं। एक मत आशंका जता रहा है कि बड़ा भूकंप आएगा दूसरा मत ये है कि पिछले कुछ महीनों से लगातार हल्के झटके आ रहे हैं, इससे तेज भूकंप की आशंका कम है।
तुर्की और सीरिया में 6 फरवरी को आए भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। भारत में इससे भयंकर भूकंप आने की आशंका जताई गई है। उत्तराखंड के हिमालय क्षेत्र में इसके आने की आशंका जताई गई है। राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान (NGRI) में भूकंप विज्ञान के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. एन पूर्णचंद्र राव ने चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि तुर्की से भी बड़े भूकंप का खतरा उत्तराखंड पर मंडरा रहा है। हिमालयी क्षेत्र में भूकंप की आशंका उच्च है। पूर्व में यह क्षेत्र चार बड़े भूकंप का गवाह रह चुका है। इसमें कुमाऊं भूकंप 1720 और गढ़वाल भूकंप 1803 भी शामिल हैं। हिमालयी क्षेत्र जोन 5 और जोन 4 पर स्थित है।
इस क्षेत्र में जहां उत्तराखंड स्थित है, सेस्मिक गैप कहलाता है क्योंकि राज्य ने 100 से अधिक साल तक 8 तीव्रता तक के बड़े भूकंप का अनुभव नहीं किया है। 1991 में उत्तरकाशी में 6.6 और 1999 में 6.8 चमोली में कम तीव्रता वाले दो भूकंप आए थे। क्षेत्र में लगातार दबाव बन रहा है जो केवल भूकंप के जरिए ही मुक्त हो सकता। 1980 में धारचूला में भी 6.1 तीव्रता वाला भूकंप आया था। गौर करने की बात है कि उत्तराखंड में अभी तक 7 तीव्रता वाला भूकंप नहीं आया है।
हालांकि जब-जब उत्तराखंड के हिमालय क्षेत्र में भूकंप आया है यहां जानमाल का नुकसान ज्यादा इसलिए नहीं हुआ क्योंकि यहां आबादी और ऊंची बिल्डिंग नहीं थी।
कुमाऊं यूनिवर्सिटी के भू गर्भ वैज्ञानिक प्रो बहादुर सिंह कोटलिया कहते हैं कि उत्तराखंड में भूकंप के झटके लगभग हर हफ्ते आते हैं, लेकिन ये हल्के झटके हैं और इनके आने से ये बात साबित होती है कि हिमालय के भीतर एनर्जी निकल रही है। खतरा तब ज्यादा होता है जब हल्के झटके नहीं आए। वे कहते हैं जब एनर्जी नहीं निकलती तो एक साथ निकलती है और वो भयानक रूप लेती है।
भू-गर्भ वैज्ञानिक ये भी मानते हैं कि नेपाल में हो भूकंप आया था वो भी हिमालय क्षेत्र ही था। बरहाल भू-गर्भ वैज्ञानिकों के द्वारा दी जा रही चेतावनी को उत्तराखंड सरकार का आपदा प्रबंधन विभाग भी गंभीरता से ले रहा है और इस प्राकृतिक आपदा की आशंका को लेकर अपने आप को तैयार किए हुए है।
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