कित्तूर की वीर रानी चेन्नम्मा और अंग्रेजों के साथ उनका महासंग्राम
May 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

कित्तूर की वीर रानी चेन्नम्मा और अंग्रेजों के साथ उनका महासंग्राम

रानी चेन्नम्मा ने अंग्रेजों को इस शर्त पर जीवनदान दिया था कि वे दोबारा उनके राज्य पर आक्रमण नहीं करेंगे

by WEB DESK
Feb 28, 2023, 02:40 pm IST
in भारत
रानी चेन्नम्मा

रानी चेन्नम्मा

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दक्षिण भारत जितना अनुपम सौंदर्य समेटे है, उतना ही यहां शौर्य की गूंज भी है। यहां सांस्कृतिक विरासत के दर्शन होते ही हैं, शौर्य की गाथा भी सुनाई देती है। बात अठारहवीं शताब्दी की है। कर्नाटक में एक स्वतंत्र राज्य हुआ करता था। नाम था कित्तूर और यहां की रानी थी चेन्नम्मा। जिन्होंने अंग्रेजों को मुंहतोड़ जवाब दिया था। अंग्रेजों को सशस्त्र चुनौती दी थी।

रानी चेन्नम्मा का जन्म 23 अक्टूबर 1778 को कर्नाटक के काकतीय राजवंश में हुआ था। पिता का नाम धूलप्पा और मां पद्मावती थीं। उनका पालन-पोषण पुत्रों की भांति किया गया था। संस्कृत, कन्नड़, मराठी और उर्दू का भी उन्हें ज्ञान था। उन्हें बचपन से ही वीरतापूर्ण कार्य में दिलचस्पी थी। वह शिकार खेलने भी जाती थीं।

चेन्नम्मा का विवाह कित्तूर के राजा मल्लसर्ज के साथ हुआ था। कित्तूर छोटा राज्य था, लेकिन उसकी समृद्धि और वैभव कम नहीं था। रानी चेन्नम्मा ने एक पुत्र को जन्म दिया, लेकिन उस बच्चे की जल्द मृत्यु हो गई। कुछ दिन बाद राजा मल्लसर्ज का भी निधन हो गया। इसके बाद एक बच्चे को गोद लिया गया। अंग्रेजों की गिद्धदृष्टि इस वैभवशाली राज्य पर बहुत दिनों से गड़ी हुई थी। अंग्रेजों की उस समय राज्य हड़प नीति लागू नहीं थी, फिर भी उन्होंने कित्तूर को हड़पने की पूरी साजिश रची। अंग्रेजों ने राज्य के कुछ देशद्रोहियों को अपनी ओर मिलाया। रानी ने अंग्रेजों को स्पष्ट उत्तर दिया कि उत्तराधिकारी का मामला हमारा निजी मामला है। लेकिन अंग्रेज कहां मानने वाले थे। उन्होंने सितंबर-अक्टूबर 1824 को कित्तूर पर आक्रमण कर दिया।

रानी चेन्नम्मा ने अपने देशभक्तों की सेना के साथ अंग्रेजों को परास्त किया। रानी ने खुद सेना का नेतृत्व किया। दो अंग्रेज अधिकारी मारे गए और दो बंदी बनाए गए। बंदी बनाए अधिकारियों को इस इस शर्त पर रिहा किया गया था कि अंग्रेज अब कित्तूर पर दोबारा आक्रमण नहीं करेंगे। इसके बाद फिर अंग्रेजों को परास्त किया। दिसंबर 1824 में अंग्रेज फिर आ धमके। अंग्रेजों के साथ रानी का महासंग्राम हुआ। पहले ही युद्ध में रानी के विश्वासपात्र सैनिक बलिदान हो चुके थे। इस युद्ध में रानी चेन्नम्मा को हार स्वीकार करनी पड़ी। उन्हें बंदी बना लिया गया। देशभक्तों को फांसी पर चढ़ा दिया गया। अंग्रेजों ने कित्तूर को जमकर लूटा। 21 फरवरी 1829 को रानी चेन्नम्मा ने देह त्याग दी। रानी चेन्नम्मा को बेलहोंगल तालुका में दफनाया गया।

आज भी हर साल कित्तूर में अक्टूबर में कित्तूर उत्सव मनाया जाता है। इसमें रानी चेन्नम्मा की जीत का जश्न मनता है। उनकी स्मृति में डाक टिकट भी जारी किया गया था।

Topics: रानी चेन्नम्माकित्तूर की रानीकित्तूर का युद्धरानी चेन्नम्मा की पुण्यतिथिरानी चेन्नम्मा और अंग्रेजWomen's Day
Share1TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

लक्ष्मीबाई केलकर जी की जयंती पर भावांजलि

लक्ष्मीबाई केलकर : नारी जागरण की अग्रदूत

लक्ष्मी

जिस देश का नेतृत्व स्त्रियों के हाथ में रहा हो, वहां महिलाएं कमजोर नहीं हो सकतीं

प्रियंका

हर क्षेत्र में नेतृत्वकारी परिवर्तन की वाहक बन रही महिलाएं

साक्षी सिंह

शास्त्र से संस्कृति तक स्त्री

कमला सोहोनी, असीमा चटर्जी,अन्ना मणि, जानकी अम्मल, आनंदीबाई गोपालराव जोशी,  डॉ. टेसी थॉमस, रितु करिधल, डॉ. गगनदीप कांग

विज्ञान के शिखर छूतीं भारतीय महिलाएं

पिता के साथ मिलकर मां के सपनों को दे रहीं उड़ान

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

PM Modi Adampur airbase visit

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद पंजाब के आदमपुर एयरबेस पहुंचे पीएम मोदी, जवानों को सराहा

Punjab Khalistan police

खालिस्तानी आतंकियों को हथियार उपलब्ध करवाने वाला आतंकवादी हैरी गिरफ्तार

Donald trump want to promote Christian nationalism

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कतर से मिल रहा 3300 करोड़ का गिफ्ट, फिर अमेरिका में क्यों मचा है हड़कंप?

CM Dhami Dol Ashram

मुख्यमंत्री धामी ने डोल आश्रम में श्री पीठम स्थापना महोत्सव में लिया हिस्सा, 1100 कन्याओं का किया पूजन

awami league ban in Bangladesh

बांग्लादेश में शेख हसीना की अवामी लीग की गतिविधियां प्रतिबंधित: क्या इस्लामिक शासन की औपचारिक शुरुआत?

Posters in Pulvama for Pahalgam terrorist

पहलगाम आतंकी हमला: हमलावरों की सूचना देने पर 20 लाख रुपये का इनाम, पुलवामा में लगे पोस्टर

जैसलमेर में मार गिराया गया पाकिस्तानी ड्रोन

ऑपरेशन सिंदूर : थार का प्रबल प्रतिकार

अमृतसर में खेत में मिला मिसाइल का टुकड़ा

आपरेशन सिंदूर : हमले में संभला पंजाब

Uttarakhand MoU between army and pant university for milets

उत्तराखंड: सेना और पंत विश्व विद्यालय के बीच श्री अन्न को लेकर एमओयू

Punjab liquor death case

पंजाब में नकली शराब का कहर, अब तक 14 लोगों की गई जान

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies