अफगानिस्तान में सिरफिरी जिहादी तालिबान हुकूमत ने नया फरमान जारी किया है कि कोई गर्भनिरोधक का इस्तेमाल न करे, क्योंकि ये पश्चिम के देशों की मुसलमानों की तादाद कम करने की चाल है। फिलहाल तालिबान ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल और मजारे शरीफ शहर में यह फरमान जारी किया है। जिहादी हुकूमत ने सभी दवा दुकानदारों से गर्भ निरोध की दवाएं और उपकरण फेंक देने को कहा है। फरमान है कि कोई दुकान वाला इन्हें बेचता पाया गया तो कड़ी सजा दी जाएगी।
काबुल के एक दुकान वाले के अनुसार, बंदूकधारी तालिबान उसकी दुकान पर आकर धमकी दे गए हैं कि गर्भ निरोध की सभी दवाएं बेचनी बंद कर दो नहीं तो ठीक नहीं होगा। ये बंदूकधारी तालिबानी बाजारों में घूम—घूम कर दवा बेचने वालों का धमका रहे हैं। काबुल और मजारे शरीफ के दुकानदार भयभीत हैं और उन्होंने जान बचाने को ऐसी सभी दवाएं और गर्भ निरोधक उपकरण अपनी दुकानों से हटाने शुरू कर दिए हैं। तालिबान चाहते हैं कि महिलाएं ज्यादा से ज्यादा मुसलमान पैदा करें और पश्चिमी देशों की मुस्लिम आबादी को कम करने की चाल में न आएं।
मीडिया में आए समाचार बताते हैं कि दोनों शहरों, काबुल तथा मजारे शरीफ के दवा विक्रेता गर्भ निरोधक दवाइयां अब नहीं बेच रहे हैं। काबुल के ही एक दुकान वाले का कहना है कि फरवरी माह के शुरू में ही गर्भ निरोध की दवाएं और इंजेक्शन दुकान में रखने की मनाही कर दी गई थी।
काबुल और मजारे शरीफ के दुकानदार भयभीत हैं और उन्होंने जान बचाने को ऐसी सभी दवाएं और गर्भ निरोधक उपकरण अपनी दुकानों से हटाने शुरू कर दिए हैं। तालिबान चाहते हैं कि महिलाएं ज्यादा से ज्यादा मुसलमान पैदा करें और पश्चिमी देशों की मुस्लिम आबादी को कम करने की चाल में न आएं।
तालिबानी इतने पर ही नहीं रुके हैं। उन्होंने रिहायशी इलाकों में घूम—घूमकर दाइयों को भी बता दिया है कि किसी महिला को गर्भ धारण करने से रोकने के उपाय न सुझाए जाएं। बंदूकधारी तालिबान जब चाहे बाजारों या रिहायशी इलाकों में गश्त करके हुकूमत के उक्त फरमान को सख्ती से लागू करवा रहे हैं।
एक वृद्धा दाई बताती है कि उसे भी बंदूकधारियों ने कई बार धमकी दी है। कहा है कि पश्चिम की चाल में फंसकर किसी को बच्चा गिराने या गर्भधारण करने से रोकने की सलाह न दे। यह सब मुस्लिमों की तादाद को कम करने की चाल है। पश्चिम के देशों की इस चाल में न फंसें।
जानकारों का कहना है कि भुखमरी और बेरोजगारी से जूझते देश में इस तरह के फरमान मुसीबत को बढ़ाने वाले ही साबित होंगे। लेकिन तालिबान महिलाओं के प्रति जिस तरह की हिकारत का रवैया दिखाते आ रहे हैं उसे देखते हुए इस नए आदेश से उस देश में महिलाओं की स्थिति और बदतर ही होने की संभावना है।
टिप्पणियाँ