नई दिल्लीदिसंबर 2000 में दिल्ली के लाल किले पर हमला करने वाले आतंकी के खिलाफ डेथ वारंट जारी करने के लिए तिहाड़ जेल प्रशासन ने दिल्ली की एक अदालत को पत्र लिखा है। आतंकी का नाम मोहम्मद आरिफ उर्फ अशफाक है और वह लश्कर ए तैयबा से जुड़ा हुआ था। उसने अपनी सजा के खिलाफ राष्ट्रपति के पास अपील नहीं की है। डेथ वारंट को लेकर दिल्ली की अदालत में 27 फरवरी को सुनवाई होगी।
आतंकी आरिफ की तरफ से पिछले साल सुप्रीम कोर्ट से सजा के फैसले पर समीक्षा करने की अपील की गई थी। सर्वोच्च न्यायालय ने उसकी अपील खारिज कर दी थी। गौरतलब है कि 22 दिसंबर 2000 को लाल किले में छह आतंकी घुस गए थे। उन्होंने वहां तैनात भारतीय सेना के जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी थी। इस हमले में सेना के तीन जवान बलिदान हुए थे। पाकिस्तानी आतंकी आरिफ पकड़ा गया था। उसे वर्ष 2005 में निचली अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी। इसके बाद उसने हाई कोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2011 में उसकी मौत की सजा बरकरार रखी थी। इसके बाद उसने सुप्रीम कोर्ट में इस फैसले की समीक्षा करने के लिए अर्जी दी थी, जिसे सर्वोच्च न्यायालय ने खारिज कर दिया था।
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