एटीएस ने कुछ दिनों पहले कल्याणपुर क्षेत्र में आरडी अपार्टमेंट में अवैध टेलीफोन एक्सचेंज में छापा मारा था, जिसे आजमगढ़ के बखरा सरायमीर निवासी सरफराज चलाता था। आशंका जताई जा रही है कि नेटवर्क आतंकियों से जुड़ा हो सकता है। एटीएस ने सरफराज और अन्य लोगों के विरुद्ध धोखाधड़ी, भारतीय तार अधिनियम व सूचना प्रौद्योगिकी (संशोधन) अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
आजमगढ़ सरायमीर निवासी सरफराज ने फ्लैट नंबर तीन को किराए पर लिया था। एटीएस अधिकारियों के अनुसार फ्लैट आजमगढ़ सरायमीर निवासी अबू लैस के नाम पर है। जो वर्तमान में सऊदी अरब में रहता है। एटीएस के निरीक्षक विक्रम सिंह की ओर से एटीएस थाने में एफआईआर दर्ज करायी गयी है। जिसमें उल्लेख है कि लखनऊ के कल्यानपुर के सुभाषनगर स्थित आरडी अपार्टमेंट के फ्लैट संख्या तीन में अवैध टेलीफोन ऐक्सचेंज संचालित हो रहा था। मौके से सिम बॉक्स, राउटर, स्विच और अन्य उपकरण बरामद हुए। सरफराज नेटवर्क को ऑपरेट करता था। जो छापेमारी से पहले ही साथियों संग फरार हो गया।
सरफराज को फ्लैट विकास नगर निवासी मोहम्मद हारून ने किराए पर दिलाया था। जब एटीएस ने हारून से पूछताछ किया तो उसने बताया कि फ्लैट उसके मित्र अबू लैस का है। जो दुबई में रहता है। अबू भी आजमगढ़ का ही रहने वाला है। एटीएस ने डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन के एडीजी सिक्योरिटी देवांशु शुक्ला, असिस्टेंट डायरेक्टर मानवेंद्र प्रताप और नोडल अधिकारी उत्कर्ष भार्गव को भी मौके पर बुलाया था। अधिकारियों के निरीक्षण के बाद बताया गया कि एक्सचेंज अवैध है। जहां से बड़ी तादात में अंतरराष्ट्रीय कॉल को सिम बॉक्स और राउटर के माध्यम से रूट कराया जा रहा था।
ये एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह है। जो देसी और विदेशी वीओआईपी कॉल को लोकल कॉल में परिवर्तित कर देते हैं। इसमें कॉल करने वाले की पहचान छिपी रहती है। जिसका कोई डाटा भी प्राप्त नहीं होता है। मौके से तीन सिम बॉक्स, पावर एक्सटेंशन बोर्ड, राउटर, चार्जर, फाईबर ऑप्टिकल केबल, चार नेटवर्क केबल, 20 मीटर लंबी इंटरनेट केबल बरामद किया गया है।
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