अंकारा/दमिश्क। तुर्किये और सीरिया में सात दिन पहले आए विनाशकारी भूकंप के बाद अब तक मलबे से 28,192 शव निकाले जा चुके हैं। तुर्किये के उपराष्ट्रपति फुआत ओकटे ने कहा कि तुर्किये में मरने वालों की संख्या 24,617 हो गई है। व्हाइट हेल्मेट्स सिविल डिफेंस ग्रुप के अनुसार, सीरिया के उत्तर पश्चिम और अन्य स्थानों पर 3,575 शव बरामद हुए हैं ।
इस बीच, तुर्किये में आए भूकंप के बाद लापता एक भारतीय नागरिक को माल्टा में एक होटल के मलबे के नीचे मृत पाया गया है। तुर्किये में भारतीय दूतावास ने शनिवार को एक ट्वीट में यह जानकारी दी। मृतक की पहचान विजय कुमार के रूप में हुई है। वो तुर्किये की व्यापारिक यात्रा पर गए थे।
विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा ने ‘ऑपरेशन दोस्त’ पर एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि हम बेंगलुरु में उनके परिवार और कंपनी के साथ संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि 10 लोग ऐसे हैं जो प्रभावित क्षेत्र के कुछ हिस्सों में फंसे हुए हैं लेकिन वे सुरक्षित हैं।
भारत ने सातवां विमान भेजा
भारत ने ‘ऑपरेशन दोस्त’ के तहत शनिवार देर शाम सातवां विमान गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस से रवाना किया। वायु सेना के इस विमान में राहत सामग्री, चिकित्सा सहायता, आपातकालीन और महत्वपूर्ण देखभाल दवाएं, चिकित्सा उपकरण और उपभोग्य वस्तुएं हैं। इस उड़ान में 35 टन से अधिक राहत सामग्री भेजी गई है, जिसमें से 23 टन से अधिक राहत सामग्री सीरिया के लिए और लगभग 12 टन तुर्किये के लिए है। इससे पहले भी भारत ने विशेष विमानों से दोनों देशों के लिए आर्मी फील्ड अस्पताल से 89 सदस्यीय सेना की मेडिकल टीम भेजी है। एनडीआरएफ की टीमें तुर्किये में राहत एवं बचाव कार्यों में लगी हैं।
सीरिया के लिए भेजी जा रही सहायता में स्लीपिंग मैट, जेनसेट, सोलर लैंप, तिरपाल, कंबल, आपातकालीन और महत्वपूर्ण देखभाल दवाएं, और आपदा राहत सामग्री जैसी राहत सामग्री शामिल है। तुर्किये के लिए जाने वाली सामग्री में आर्मी फील्ड अस्पताल और एनडीआरएफ के लिए टीम की आपूर्ति, ईसीजी जैसे चिकित्सा उपकरण, रोगी मॉनिटर, एनेस्थीसिया मशीन, सिरिंज पंप, ग्लूकोमीटर, आदि, कंबल और अन्य राहत सामग्री शामिल हैं।
एक भारतीय की मौत
तुर्किये में विनाशकारी भूकंप से हुई तबाही के मलबे में शनिवार को एक भारतीय नागरिक का शव मिला है। मृतक की पहचान उत्तराखंड के पौड़ी जिले के कोटद्वार के रहने वाले विजय कुमार के रूप में हुई है। वह बीते माह अपने व्यवसाय के सिलसिले में तुर्किये गए थे, लेकिन बीते 6 फरवरी से लापता थे। तुर्किये में स्थित भारतीय दूतावास ने शनिवार को पुष्टि की है कि 6 फरवरी को भूकंप के बाद से तुर्किये में लापता भारतीय नागरिक विजय कुमार के शव के कुछ हिस्से मिल गए हैं। उनका शव तुर्किये के मलत्या में एक होटल के मलबे के बीच से निकाला गया। उनके पार्थिव शरीर को जल्द से जल्द भारत पहुंचाने के लिए इंतजाम किये जा रहे हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक विजय का चेहरा पहचानना मुश्किल था, क्योंकि उनका चेहरा पूरी तरह से कुचल गया था। उनके एक हाथ पर ‘ओम’ शब्द का टैटू था, जिससे उनकी पहचान हो पाई है। विजय कुमार के रिश्तेदार गौरव काला ने बताया कि हमें कल सूचना मिली कि उसका सामान और पासपोर्ट मिल गया है, लेकिन वहां कोई शव नहीं है। हम उसकी सलामती की उम्मीद कर रहे थे कि आज दोपहर में दूतावास से फोन आया। वे पहचान के लिए पुष्टि चाहते थे, इसलिए हमने उन्हें बाएं हाथ पर एक निशान के बारे में बताया। वह बेंगलुरु में एक कंपनी में काम करता था। वह 22 जनवरी को तुर्किये गया था और वह 20 फरवरी को लौटने वाला था। लगभग एक महीने पहले उनके पिता का निधन हो गया था और अब यह हुआ है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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