तुर्किये और सीरिया में विनाशकारी भूकंप से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। एक समाचार एजेंसी के मुताबिक अब तक 21 हजार 51 से अधिक शव निकाले जा चुके हैं। मलबे के ढेर से लाशों के निकलने का क्रम जारी है। ऐसे में मृतकों का आकड़ा और बढ़ सकता है। बेहद ठंड की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दोनों देशों में हजारों इमारतें धराशायी हो गई। इन इमारतों में फंसे लोगों को कई देशों से पहुंची राहत बचाव टीम लगातार निकालने में जुटी हुई हैं।
At least 21, 051 killed in deadly Turkey-Syria earthquakes
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— ANI Digital (@ani_digital) February 10, 2023
बीते 6 फरवरी को भूकंप आया था। 4 दिन बीत चुके हैं। ऐसे में यह भी कहा जा रहा है कि अगर कुछ लोग मलबे में जिंदा भी रहे होंगे तो भूख और प्यास की वजह से उनकी जान जा सकती है। तुर्किये में 3 मीटर जमीन खिसकने के चलते नदियों की दिशा तक बदलने की आशंका हो गई है।
भूकंप के बाद तुर्किये और सीरिया में सड़कों, इमारतों समेत कई हाइवे नष्ट हो गए। सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढे देखने को मिल रहे हैं। कई बहुमंजिला इमारतों के ढह जाने के चलते अब मृतकों का आंकड़ा 21 हजार के पार पहुंच गई है। जानकारों का मानना है कि जिस तरह से इमारतों को नुकसान हुआ है और लोगों को मलबे से निकाला जा रहा है, मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है। भूकंप की तीव्रता तेज होने के चलते तुर्किये के टेक्टोनिक प्लेट्स में बड़ी गतिविधि देखने को मिली है। टेक्टोनिक प्लेट्स में ज्यादा तेज गतिविधियों के कारण जमीन 3 मीटर तक खिसक गई है। जमीन खिसकने के चलते तुर्किये में नदियों की दिशा तक बदलने की आशंका है।
भूकंप से सबसे ज्यादा प्रभावित शहर अंताक्या, सान्लिउर्फा और अलेप्पो हैं। दक्षिण मध्य तुर्की के अंताक्या शहर की आबादी करीब 2.50 लाख थी। इस शहर का एक बड़ा हिस्सा मलबे में तब्दील हो चुका है। पूर्व में सान्लिउर्फा का भी यही हाल है। इस शहर को सीरियाई संस्कृति का प्रमुख केंद्र माना जाता है। अलेप्पो शहर भी खंडहर बन चुका है।
अमेरिका ने की 85 मिलियन डॉलर की सहायता की घोषणा की है। भारत ने तुर्किये में भूकंप प्रभावित लोगों की मदद के लिए ‘ऑपरेशन दोस्त’ शुरू किया है। सेना, एयरफोर्स के जवान, एनडीआरएफ ऑर डॉक्टर्स की टीम तुर्किये में है। बड़े पैमाने पर राहत सामग्री भी भेजी गई है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी कह चुके हैं कि भारत संकटग्रस्त सीरिया और तुर्किये की हर संभव मदद करेगा।
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