उत्तराखंड की कॉर्बेट पार्क से सटे स्याल्दे इलाके में घायल अवस्था में पड़े हाथी मोती के इलाज के लिए सेना ने मदद कर एक अनूठी मिसाल पेश की है। 33 साल के मोती की पीछे की एक टांग में फ्रेक्चर है और आगे की टांग में जख्म है जिसकी वजह से वो खड़ा नही हो पा रहा था।
दरअसल मोती हाथी को यहां अख्तर इमाम नाम का एक शख्स बिहार से लेकर आया था, अख्तर ने अपनी 5 करोड़ की जमीन आवारा बीमार हाथियों को पालने के लिए ऐरावत ट्रस्ट बना कर उसके नाम कर दी थी, ताकि उसकी आय से इन बीमार हाथियों की देखभाल की जा सके। अख्तर इमाम की दो साल पहले हत्या कर दी गई जिसमे कथित रूप से उसके रिश्तेदार शामिल थे जो उसकी पांच करोड़ जमीन हथियाना चाहते थे। चूंकि कॉर्बेट एरिया में बहुत पर्यटक आते थे और वे स्याल्दे में ऐरावत फाउंडेशन में भी आकर इन हाथियों के लिए दान पुण्य भी करते थे। नेकदिल अख्तर इमाम अपने यहां उन पालतू हाथियों को रखते थे जिन्हे उनके मालिक खर्च नही उठाने की स्थिति में छोड़ दिया करते थे इनमे कुछ हाथी अपाहिज, कम देखने वाले थे, एक वक्त यहां पांच हाथी हो गए थे।
अख्तर नईम की हत्या के बाद वो स्वस्थ हाथी जिनके मालिको के बारे में जानकारी थी वन विभाग की सख्ती के चलते अपने साथ ले गए। यहां केवल मोती रह गया, टांग में जख्म होने से मोती हाथी की देखभाल करना मुश्किल हो गया जिसे फिर यहां के जाने माने वाइल्डलाइफ विशेषज्ञ इमरान खान ने लोगो की मदद से उसका पालन पोषण किया। पिछले करीब दो महीनो से इस हाथी के टांगे खराब हो जाने से उसका खड़ा होना भी मुश्किल हो गया।
इमरान खान और एसओएस वाइल्डलाइफ डॉक्टर राहुल ने इसका इलाज शुरू किया किंतु मोती के खड़े नही हो पाने की वजह से उसके भारी शरीर में जख्म होने लगे।
दो दिन पहले इमरान खान ने सेना के आर्मी कोर ऑफ इंजीनियरिंग बंगाल डिविजन से इस बारे में मदद मांगी। जिसपर सेना के अधिकारियों ने अपने जवानों के साथ यहां आकर एक स्ट्रक्चर को तैयार करके क्रेन की मदद से मोती को लटका कर खड़ा करने में सफलता प्राप्त की। मोती को लकड़ी लोहे और क्रेन की मदद से अभी कुछ हफ्ते खड़ा रख कर इलाज किया जाएगा।
सेना का आभार प्रकट करते हुए इमरान खान ने कहा कि हाथी के लिए सेना के द्वारा की गई सेवा अपने आप में पहली मिसाल है। हम इस मदद के लिए सेना का शुक्रिया अदा करते है।
डा राहुल के अनुसार मोती के खड़ा होने की दशा में हम पहले उसके घावों का इलाज करेंगे और उसके टांगो को मजबूती प्रदान करने की कोशिश करेंगे फिर इसे एक विशेष एंबुलेंस की सहायता से मथुरा एसओएस वाइल्डलाइफ हॉस्पिटल लेजाकर इसकी टांगो को और मजबूती प्रदान करने की कोशिश करेंगे।
इमरान खान ने कहा कि हम मोती का नही भगवान गणेश की सेवा कर रहे है, मैं हाजी हूं और मुझे खुदा ने शायद मोती गणेश की सेवा करने के लिए चुना होगा। उन्होंने कहा कि वे अख्तर इमाम के जाने के बाद हर महीने 50 हजार का खर्चा अपने स्रोत पिछले दो सालों से मोती पर कर रहे है। हम मानवता के नाते ये सब कर रहे है और इसमें लोगो को भी मदद करनी चाहिए।
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