ईरान में हिजाब का विरोध जारी है। महिलाएं सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रही हैं। इसी बीच भारत की बेटी तान्या हेमंत को भी वहां मेडल लेने के लिए हिजाब पहनने के लिए मजबूर किया गया। दरअसल, ईरान में खेले गए 31वें फज्र इंटरनेशल चैलेंज बैडमिंटन टूर्नामेंट में भारत की बेटी तान्या हेमंत बैडमिंटन टूर्नामेंट में सिंगल्स का खिताब अपने नाम किया। उन्होंने तासनिम मीर को हराकर फाइनल जीता।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक अवॉर्ड सेरेमनी में ईरानी अथॉरिटीज ने तान्या को सिर पर स्कार्फ पहनने को कहा। उसके बाद तान्या स्कार्फ पहनाकर पोडियम पर गईं और अपना गोल्ड मेडल लिया। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर ईरान के रवैये को लेकर तरह-तरह की चर्चा हो रही है क्योंकि पिछले कई महीनों से ईरान में हिजाब का विरोध जारी है। विरोध करने पर कई लोगों को फांसी समेत कड़ी से कड़ी सजा दे चुकी है, उसके बाद भी विरोध थम नहीं रहा है।
फांसी से पहले का वीडियो हुआ था वायरल
ईरान में हिजाब के खिलाफ विरोध कर रहीं महिलाओं का पुरुषों ने भी साथ दिया है। विरोध-प्रदर्शन का सपोर्ट करने पर कई नामी हस्तियों के साथ अभिनेत्रियों को भी गिरफ्तार किया गया। कई लोगों को तो सरेआम फांसी पर लटका दिया गया, उसके बाद भी लोगों को गुस्सा शांत नहीं हो रहा है। 23 साल के मजीदरेजा रहनवर्ड नामक शख्स का तो फांसी से पहले का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वह कह रहा था कि उसकी कब्र पर कुरान न पढ़ें और न ही दुखी हों, बल्कि जश्न मनाएं। उसके बाद हिजाब का विरोध करने पर उस युवक को सरेआम फांसी पर लटका दिया गया। बताया जा रहा है कि आंदोलन में अभी तक 11 से अधिक प्रदर्शनकारियों को फांसी पर लटकाया जा चुका है।
गौरतलब है कि सितंबर 2022 में तेहरान की नैतिकता पुलिस की हिरासत में 22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत हो गई थी, उसके बाद विरोध तेजी से बढ़ा। विरोध करने पर हजारों लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ईरान की न्यायपालिका ने बीते दिसंबर में बताया था कि अकेले राजधानी में 400 लोगों को विरोध प्रदर्शनों में शामिल होने पर 10 साल तक की जेल की सजा सुनाई गई है। तेहरान की न्यायपालिका के एक प्रवक्ता ने कहा था कि तेहरान प्रांत में दंगाइयों के मामलों की सुनवाई में 160 लोगों को पांच से 10 साल की जेल, 80 लोगों को दो से पांच साल और 160 लोगों को दो साल तक की सजा सुनाई गई।
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