छह देशों तुर्किये, सीरिया, लेबनान, इजराइल, साइप्रस व फिलिस्तीन में सोमवार को आए भूकंप के बाद स्थितियां जानलेवा हो गयीं। रिक्टर पैमाने पर 7.8 तीव्रता के भूकंप ने छह सौ से अधिक लोगों की जान ले ली और हजारों लोग जख्मी हुए हैं। तुर्किये सरकार ने देश में आपातकाल का ऐलान कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीरिया सीमा से 90 किलोमीटर दूर तुर्किये के शहर गाजियांटेप में केंद्रित भूकंप के झटके एक मिनट से अधिक महसूस किये गए। इससे तुर्किये व सीरिया के अलावा लेबनान, इजराइल, साइप्रस व फिलिस्तीन भी कांप गए। इसमें सबसे ज्यादा तबाही तुर्किये व सीरिया में देखी जा रही है। तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने ट्विटर पर कहा कि भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों में खोज और बचाव दलों को तुरंत भेजा गया। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि इस आपदा को एक साथ जल्द से जल्द और कम से कम नुकसान के साथ पार कर लिया जाएगा। उन्होंने देश में आपातकाल लागू करने का ऐलान किया है।
भूकंप का पहला झटका स्थानीय समयानुसार सवेरे 4 बज कर 17 मिनट पर आया था। इसके कुछ मिनट बाद भूकंप का दूसरा झटका केंद्रीय तुर्किये में महसूस किया गया। भूकंप इतना भयानक था कि गली-गली चीत्कार गूंज रही थी। अब तक छह सौ से अधिक लोगों के मारे जाने की जानकारी सामने आई है। तुर्किये के सात प्रांतों में 284 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और ढाई हजार से अधिक घायलों का इलाज हो रहा है। यहां अभी मलबे में बड़ी संख्या में लोगों के दबे होने की उम्मीद जताई गयी है। इसी तरह सीरिया में 320 लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है और सात सौ से अधिक लोग गंभीर घायल हैं। तुर्किये के गृह मंत्री सुलेमान शोयलू ने कहा कि भूकंप का बड़ा असर देश के 10 शहरों, कहमानमारश, हैटे, गाज़िएनटेप, ओस्मानिये, अदियामान, सनलिउर्फ़ा, मलेटिया, अदाना, दियारबाकिएर और किलिस पर पड़ा है। इनके अलावा राजधानी अंकारा, नूरदगी, दियारबाकिर भी प्रभावित रहे।
सीरिया की राजधानी दमिश्क, अलेप्पो, लटाकिया, हामा और टार्टस में भूकंप के कारण भीषण तबाही हुई है। इन शहरों में बड़ी संख्या में इमारतें जमींदोज हो गयी हैं। सीरियाई ऑब्ज़रवेटरी फ़ॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा है कि सीरिया में भूकंप से 320 लोगों की जान गई है। सरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद ने इस मसले पर आपातकालीन बैठक बुलाकर स्थितियों की समीक्षा की है। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, 7.8 तीव्रता के भूकंप के बाद 18 बार झटके महसूस किये गए। इनकी तीव्रता चार से ज्यादा थी। इनमें से सात झटकों की तीव्रता तो पांच से ज्यादा थी। इस कारण ही नुकसान अधिक हुआ है। भूकंप का केंद्र गाजियांटेप से लगभग 33 किलोमीटर (20 मील) और नूरदगी शहर से लगभग 26 किलोमीटर (16 मील) दूर था। यह 18 किलोमीटर (11 मील) की गहराई पर केंद्रित था।
पीएम मोदी ने जताया दुख
भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी भूकंप से हुई तबाही पर गहरी संवेदना जताई है। उन्होंने कहा कि इस समय तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप पर हम सभी की दृष्टि लगी हुई है। बहुत से लोगों की दुखद मृत्यु, और बहुत नुकसान की खबरें हैं। तुर्की के आसपास के देशों में भी नुकसान की आशंका है। भारत के 140 करोड़ लोगों की संवेदनाएं, सभी भूकंप पीड़ितों के साथ हैं। भारत भूकंप पीड़ितों की हर संभव मदद के लिए तत्पर है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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