आगरा जिले में आवास विकास कॉलोनी के सेक्टर-14 स्थित खाली जमीन पर झुग्गी-झोपड़ी बनाकर 28 बांग्लादेशियों अवैध रूप से रह रहे थे। रविवार को सिकंदरा थाने की पुलिस ने पकड़ा। ये सभी पश्चिम बंगाल बॉर्डर पार करके बिहार के रास्ते घुसे थे। पुलिस इन सभी से पूछताछ कर रही है।
पुलिस के मुतबिक, खुफिया जानकारी मिली थी कि कुछ बांग्लादेशी आवास विकास कॉलोनी के सेक्टर-14 स्थित खाली जमीन पर झुग्गी-झोपड़ी बनाकर रह रहे थे। इसके बाद पुलिस ने छापा मारकर 28 बंगलादेशियों को पकड़ा है। इनमें 15 पुरुष और 13 महिलाएं हैं। उनके साथ 12 बच्चे भी हैं। जिनमें आठ की आयु तीन महीने से सात वर्ष है। जबकि चार की आयु 12 से 18 वर्ष के बीच है। तलाशी के दौरान पुलिस को उनके पास से बांग्लादेश के पासपोर्ट, वीजा समेत आधार कार्ड और पैन कार्ड बरामद हुए हैं। इस मामले में बिहार से आने के दौरान किसी ठेकेदार को 15 से 20 हजार रुपये दिए जाने की भी बात सामने आ रही है। फिलहाल पुलिस इन सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है।
पूछताछ करने पर बांग्लादेशी हालिम ने बताया कि वह काली का बाड़ी थाना मौरलगंज जिला बरौरहाट बांग्लादेश का रहने वाला है। यहां पर करीब 12 वर्ष से रह रहा है। वह बांग्लादेश के नागरिकों को एजेंट की मदद से घुसपैठ कराता है। जिसमें बांग्लादेश के कोटा थाना उभयनगर की रहने वाली रहीमा पत्नी रहीश उसकी मदद करती है। वह और रहीमा बांग्लादेशी एजेंट को 15 से 20 हजार रुपये देते हैं।
जानिए घुसपैठियों के नाम
हालिम (निवासी जिला बरौरहाट), फारूक, जूएल शेख,गोबिंदो, हसन, मनीरुल शेख, शिराज शेख़, कुरबान शेख, बिश्ती पत्नी बिलाल, सुनाली पत्नी शिराज,जोशीना खातून पत्नी मनीरूल शेख, ब्यूटी पत्नी फारूक (सभी निवासी जिला खुलना),रविउल शेख, सूमी पत्नी रविउल शेख (सभी निवासी जिला नदिया), साबिर, रूस्तम शेख, जूली पत्नी साविरक, राशिदा पत्नी बाबू शेख, रोशनआरा पत्नी अफजल, रहीमा पत्नी रहीश व शलमा पत्नी बक्कल (सभी निवासी जिला उभयनगर), मोहम्मद बबलू, बिलाल, परवेज शेख,फातिमा शेख पत्नी बबलू खान, मोबिना पत्नी असलम, प्रिया पत्नी परवेज शेख (सभी निवासी जिला जसौर)
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