बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने रामचरितमानस को अपमानित करने वालों को जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि रामचरितमानस को अपमानित करने वाले भारत में रहने के अधिकारी नहीं हैं, इन्हें जवाब देना चाहिए, ताकि लौटकर के टेढ़ी निगाह से नहीं देखें। वीडियो बयान जारी कर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा हमारे भारत के संविधान के प्रथम पृष्ठ पर भगवान श्री सीताराम का अंकन है। जिस संविधान का प्रथम पृष्ठ ही भगवान राम से प्रारंभ होता हो, भगवान राम के आदर्शों से प्रारंभ होता हो। उन भगवान राम की जीवन गाथा श्री रामचरितमानस, जो हमारे भारत का एक अनूठा ग्रंथ है उसके प्रति इस प्रकार का कोई कृत्य किया जाता है यह घोर निदंनीय है।
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि रामचरितमानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित होना चाहिए, क्योंकि रामचरितमानस राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित होगा तो रामराज्य आएगा। रामराज्य आएगा तो प्रजा प्रसन्न होगी, प्रजा प्रसन्न होगी तो भारत विश्व गुरू बनेगा। इसलिए प्रत्येक सनातनी, साधु महात्मा चाहते हैं कि बहुत जल्द रामचरिमानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित किया जाए और सरकार को करना चाहिए। भारतीय नागरिक होने के नाते हमारी यह मांग है।
जल्द ही विवाह बंधन में बंधेंगे धीरेंद्र शास्त्री
धीरेंद्र शास्त्री ने अपनी शादी को लेकर बड़ा खुलासा कर दिया। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही विवाह बंधन में बंधेंगे। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि हमारी शादी की बात चलती रहती है। हम कोई साधु महात्मा नहीं है। हम बहुत ही सामान्य इंसान हैं और अपने ईष्ट बालाजी के चरणों में ही रहते हैं। हमारी परंपरा में बहुत से महापुरुष गृहस्थ जीवन में रहे हैं। भगवान भी गृहस्थ जीवन में ही प्रकट होते हैं। यानी पहले ब्रह्मचारी, फिर गृहस्थ, वानप्रस्थ और फिर सन्यास की परंपरा है। उसी पर अग्रसर होंगे। उन्होंने कहा है कि वे जल्द शादी करेंगे और लोगों को बुलाएंगे। लेकिन अधिक लोगों को नहीं बुला सकते। क्योंकि उनकी व्यवस्थाएं नहीं हो पाएंगी। इसलिए शादी का टीवी पर लाइव प्रसारण किया जाएगा। जिससे सभी लोग शादी में शामिल हो जाएंगे।
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