गत दिनों देवास (म.प्र.) स्थित सरस्वती विद्या मंदिर के 800 से अधिक छात्रों ने सोमनाथ मंदिर के निर्माण, उस पर आक्रमण, बलिदान और जीर्णोद्धार को प्रदर्शित करने वाली नाटिका की सजीव प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर लगभग 5,000 लोग उपस्थित रहे। सौराष्ट्र के तलवार रास, गरबा और फागोत्सव के मध्य सोमनाथ मंदिर पर हुए विभिन्न आक्रमणों और उसके लिए बलिदान देने वाले जनसामान्य और राजाओं की अमरगाथा का मंचन अत्यन्त प्रभावी रहा।
कार्यक्रम की रचना, पटकथा लेखन और निर्देशन विद्यालय के आचार्य-दीदियों ने किया। कार्यक्रम में सरस्वती विद्या प्रतिष्ठान, मालवा के संगठन मंत्री अखिलेश मिश्र तथा विद्यालय समिति के अध्यक्ष सुरेश ठाकुर उपस्थित थे।
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