दो दिग्गज कंपनियों मेटा आर माइक्रोसोफ्ट के सिएटल, अमेरिका स्थित दफ्तरों में काम करने वाले हजारों कर्मचारी सांसत में हैं क्योंकि बाजार में खबर है कि ये दोनों कंपनियां वहां से अपने दफ्तर बंद कर रही हैं। इसके पीछे मंदी की मार को वजह बताया जा रहा है। कंपनी के सूत्रों का मानना है कि दफ्तरों पर आ रहा खर्च निकलना भारी पड़ रहा है। वहीं इनके बहुत से कर्मचारी घर से ही काम करने को प्रमुखता दे रहे हैं।
मीडिया में आए कुछ समाचारों से यह बात सामने आई है। इसके पीछे जहां कोरोना महामारी के बाद से कुछ क्षेत्रों में आ रही मंदी है तो वहीं कर्मचारियों में घर से काम को ज्यादा महत्व देना भी है। इसका असर सूचना प्रौद्योगिकी और तकनीक में भी देखने में आ रहा है। संभवत: यही कारण है कि फेसबुक की कंपनी मेटा तथा माइक्रोसॉफ्ट कंपनियां अमेरिका में सिएटल और बेलेव्यू में कार्यरत अपने दफ्तरों को हटाने का मन बना चुकी हैं। इससे हजारों लोगों की नौकरी जाने का खतरा मंडरा रहा है।
प्राप्त समाचारों के अनुसार, फेसबुक की कंपनी मेटा ने सार्वजनिक रूप से यह घोषणा कर दी है कि मेटा के बेलेव्यू, सिएटल और स्प्रिंग डिस्ट्रिक्ट से कार्य कर रहे अपने दफ्तरों को वह लीज पर दे रही है। इसी तरह माइक्रोसॉफ्ट का भी बयान सामने आया है कि वह भी एक साल के अंदर बेलेव्यू में 26 मंजिल के सिटी सेंटर प्लाजा में अपने करार को ‘रिन्यू’ नहीं करेगी। सिएटल तथा अन्य जगहों में दफ्तर लायक जगहों की मांग भी इधर कम देखने में आ रही है। बताया गया है कि दोनों ही कंपनियां पिछले कुछ दिनों से ‘रिमोट वर्क’ के माध्यम से काम कर रही हैं।
अभी ज्यादा दिन नहीं बीते कि नवंबर, 2022 में मेटा कंपनी ने अमेरिका में सिएटल से सटे इलाकों से अपने 726 कर्मचारियों को काम से बाहर किया था। इस दिग्गज सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक के एक प्रवक्ता का कहना है कि इस तरह के ये निर्णय कंपनी के कामों को देखते हुए लेने पड़े हैं। उसका कहना है कि कंपनी पैसे से जुड़े विषयों पर बहुत सोच—समझकर फैसले लेने की कोशिश कर रही है।
अभी की स्थिति यह है कि मेटा के 29 इमारतों में दफ्तर काम कर रहे हैं। सिएटल में कंपनी के लगभग 8 हजार कर्मचारी कार्यरत हैं। इसी तरह माइक्रोसॉफ्ट के एक प्रवक्ता का कहना है कि यह फैसला फर्म की ‘रियल एस्टेट’ संपदाओं के मूल्यांकन को देखते हुए लेना पड़ा है।
खबर यह भी है कि तकनीकी की इन दोनों महारथी कंपनियों के इस तरह के बयानों के बाद सिएटल के कारोबारी और तकनीकी हलकों में गहमागहमी बढ़ गई है। मेटा का सिएटल स्थित दफ्तर अपने हजारों कर्मचारियों के घर से काम करने को लेकर दिक्कत झेल रहा है। लोग अब घर से काम को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं। इस वजह से कंपनियों के प्रबंधकों तथा कर्मचारियों के बीच पहले ही तनातनी चल रही है। सिएटल में ही नहीं, महामारी की वजह से अनेक कंपनियों के दफ्तरों में आकर काम करने वाले लोग कम ही हैं। यह अमेरिका और यूरोप के कुछ देशों में ‘वर्क फ्रॉम होम’ के प्रति बढ़ती दिलचस्पी की वजह से ही पैदा हुई स्थिति का असर भी हो सकता है।
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