गणतंत्र दिवस से ठीक पहले दिल्ली में स्पेशल सेल ने जहांगीरपुरी में छापेमारी कर बड़ी साजिश को नाकाम करते हुए दो संदिग्ध व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है, जो कि एंटी-नेशनल यानी राष्ट्र के खिलाफ रची जा रही गतिविधियों में शामिल पाए गए। दोनों की पहचान जगजीत सिंह और नौशाद के रूप में हुई है। इनमें से जगजीत सिंह मूल रूप से उत्तराखंड के उधम सिंह नगर का रहने वाला है और नौशाद जो कि दिल्ली के जहांगीरपुरी का ही रहने वाला है। पुलिस ने इनके पास से तीन पिस्टल और 22 जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं।
पकड़े गए दोनों आरोपियों में से नौशाद नाम का आरोपी आतंकवादी संगठन हरकत उल अंसार से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है, जिसे हत्या के दो मामलों में उम्र कैद की सजा भी हो चुकी है। आरोपी जगजीत कुख्यात बंबीहा गैंग से जुड़ा हुआ है और इसके रिश्ते कनाडा में बैठे खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप डल्ला से हैं, जो केटीएफ यानी खालिस्तान टाइगर फोर्स का खूंखार आतंकी हैं और दो दिन पहले ही गृह मंत्रालय ने उसे आतंकी घोषित किया था। जगजीत पहले भी जेल जा चुका है और पैरोल पर बाहर आया था, तब से फरार चल रहा है।
इस मामले में स्पेशल स्टाफ की टीम को गुप्त जानकारी मिली थी कि जहांगीरपुरी इलाके में कुछ संदिग्ध लोग रह रहे हैं, जो कि कनाडा में बैठे आतंकी संगठन की मदद कर रहे हैं। जहांगीरपुरी इलाके में तुरंत स्पेशल सेल की टीम ने जानकारी के आधार पर मिले ठिकाने पर छापामारी की और वहां से दो संदिग्ध लोगों को धर दबोचा उनके पास से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद हुए। फिलहाल पुलिस की पूछताछ लगातार जारी है।
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